गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा है कि दलित राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देने के लिए डॉ. बीआर आंबेडकर के नाम पर शपथ लेंगे। उन्होंने मंगलवार को कहा कि इसके लिए राजस्थान में एक अभियान चलाया जाएगा जिसका विस्तार बाद में महाराष्ट्र में भी होगा। भाजपा शासित राजस्थान में इस साल चुनाव होने हैं।
नागपुर में रिपब्लिकन यूथ फेडरेशन द्वारा आयोजित मानवाधिकार परिषद में दलित नेता मेवाणी ने कहा कि भगवा पार्टी हर चुनाव में दलितों के वोट लेने की लालसा रखेगी पर ऐसा कभी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दलितों का वोट भाजपा को नहीं मिले। इसके लिए दलितों को भाजपा को वोट नहीं देने के लिए शपथ दिलाई जाएगी। कम से कम एक लाख दलित ऐसा करने के लिए डॉ. आंबेडकर के नाम पर शपथ लेंगे। यही अभियान बाद में महाराष्ट्र के हर जिले में चलाया जाएगा।
मेवाणी ने भाजपा को संविधान विरोधी और फास्टिस्ट बताते हुए कहा कि यह पार्टी मनुस्मृति पर विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदी के सबसे बड़े झूठे हैं क्योंकि सत्ता में आने से पहले उन्होंने हर साल दो करोड़ नौकरियां सृजित का दावा किया था पर चार साल का कार्यकाल बीत जाने के बाद भी आठ लाख नौकरियां भी सृजित नहीं की गईं।
मेवाणी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कम से कम एबीवीपी, आरएसएस और भाजपा के लोगों को तो नौकरियां दे दीजिए। उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री वास्तव में लोगों के लिए काम करना चाहते हैं तो वे सरकारी क्षेत्र में रात भर में 25 लाख नौकरियां सृजित कर सकते हैं। देश के प्राथमिक और उच्चतर प्राथमिक स्कूलों कम से कम 15 लाख शिक्षकों की बहाली की जा सकती है और दो लाख लोग रेलवे में नौकरी पर रखे जा सकते हैं। इसी तरह अगर मोदी चाहें तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पांच लाख डॉक्टरों की नियुक्ति की जा सकती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी नौकरियों के सृजन की जगह मोदी एयर इंडिया को बेचने में लगे हैं।