दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक (आप) अरविंद केजरीवाल एक नई मुसीबत में फंस गए है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने सीएम केजरीवाल को आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन मामले में नोटिस जारी करते हुए शनिवार को शाम 5 बजे तक जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि पिछले दिनों उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक विवादास्पद वीडियो अपलोड किया था जो एमसीसी का उल्लंघन है। बता दें कि विधानसभा की कुल 70 सीट पर 8 फरवरी को मतदान होने हैं। इसमें 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
भगवान का किया दर्शन
वहीं, चुनाव से एक दिन पहले, शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख मनोज तिवारी ने राष्ट्रीय राजधानी के प्रसिद्ध मंदिरों में पूजा-अर्चना की। सीएम केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता के साथ कनॉट प्लेस के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर से निकलने के बाद कहा कि हमने दिल्ली के लोगों की प्रगति के लिए प्रार्थना की है।
सीएम योगी से जवाब तलब
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शाहीन बाग में बैठे लोगों को बिरयानी खिलाने वाले बयान पर चुनाव आयोग ने गुरुवार को नोटिस जारी कर शुक्रवार शाम 5 बजे तक जवाब मांगा था। बता दें कि दिल्ली के करावल नगर में चुनाव प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा था, 'शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को अरविंद केजरीवाल बिरयानी खिला रहे हैं।'
इससे इतर सीएम योगी के अलावा शाहीन बाग के मुद्दे को लेकर भाजपा के नेताओं ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधा। इस दौरान भाजपा के प्रचारकों ने कुछ ऐसे बयान भी दिए जिसको लेकर चुनाव आयोग ने उनके चुनाव प्रचार पर बैन लगा दिया। इसमें बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा का शामिल है।
इन पर लगाया बैन
आयोग ने भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा पर प्रचार करने से बैन लगाया। इससे पहले 96 घंटे और फिर 24 घंटे का। इसके अलावा अनुराग ठाकुर पर 72 घंटे का बैन लगाया गया। वहीं, विवादित ट्वीट के लिए कपिल मिश्रा पर भी चुनाव आयोग ने प्रचार करने से 48 घंटे का बैन लगाया।