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दिल्ली बाढ़: सचिवालय सहित कई कॉलोनियों में घुसा पानी, सीएम केजरीवाल ने लोगों से की ये अपील

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को, उफनती यमुना नदी के 208.48 मीटर तक पहुंचने के बाद,...
दिल्ली बाढ़: सचिवालय सहित कई कॉलोनियों में घुसा पानी, सीएम केजरीवाल ने लोगों से की ये अपील

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को, उफनती यमुना नदी के 208.48 मीटर तक पहुंचने के बाद, लोगों को सलाह देते हुए कहा कि वे नदी के पास की सड़कों पर जाने से बचें, क्योंकि वह जलमग्न हो गई हैं।

अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया और कहा, "यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अब लेवल 208.46 मीटर पर पहुंच गया है। बढ़ते जलस्तर के कारण यमुना का पानी आसपास की सड़कों पर आ गया है। आपसे अनुरोध है कि आगे न बढ़ें।" उन्होंने कहा कि जलमग्न हुए इलाकों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है।

केजरीवाल ने आगे कहा, "वहां रह रहे लोगों से प्रशासन का सहयोग करने की विनती की गई है। लोगों की जान बचाना सबसे महत्वपूर्ण है। यह मेरा सभी दिल्ली वासियों से निवेदन है कि आप इस आपात स्थिति में हर तरह से प्रशासन का साथ दें।"

बता दें कि गुरुवार को यमुना नदी के जलस्तर बढ़ने की वजह से दिल्ली सचिवालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल और अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों के आवास कार्यालयों में पानी भर गया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें दिल्ली सचिवालय में बाढ़ आने की सूचना मिली थी।

उन्होंने कहा कि वे स्थिति पर यातायात पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहे हैं। राजघाट से दिल्ली सचिवालय तक की सड़क पर भी पानी भर गया। अधिकारियों ने कहा कि कश्मीरी गेट और पुराना लोहे का पुल के बीच रिंग रोड पर पानी भर गया है और इसे यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।

जिलाधिकारी (पूर्व) द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि गीता कॉलोनी में स्थित शमशान घाट को पानी बढ़ने की वजह से बंद कर दिया गया। इस बीच, उफनती हुई यमुना नदी का पानी आईटीओ तक पहुंच गया, जो पूर्वी दिल्ली से मध्य दिल्ली और कनॉट प्लेस तक आने-जाने का एक प्रमुख मार्ग है।

इसके अलावा बोट कॉलोनी, गीता कॉलोनी, गांधी नगर के कुछ हिस्से, अशोक नगर और पांडव नगर जैसे इलाके भी जलमग्न हो गए। शहर में विभिन्न स्थानों पर लोगों को निकालने की घोषणा की जा रही है।

बता दें कि दिल्ली की यमुना नदी के जलस्तर में पिछले तीन दिनों से वृद्धि देखी गई। जलस्तर रविवार सुबह 11 बजे 203.14 मीटर से बढ़कर सोमवार शाम 5 बजे 205.4 मीटर हो गया, जो उम्मीद से 18 घंटे पहले खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया।

सोमवार रात नदी निकासी के निशान 206 मीटर को पार करते ही बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने और सड़क और रेल यातायात के लिए पुराने रेलवे पुल को बंद करने के लिए कहा गया। बुधवार को दोपहर एक बजे तक जलस्तर पिछले सर्वकालिक रिकॉर्ड 207.49 मीटर और रात 10 बजे तक 208 मीटर के निशान को पार कर गया।

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