सोमवार को आपातकाल के 43 साल पूरे हो गए हैं। आज ही के दिन 1975 में देश में तत्कालिक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू किया था। इससे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर आघात पहुंचा था।
आपातकाल के 43 साल पूरा होने के मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि आपातकाल के दौरान तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष ने तब 'इंडिया इंदिरा है और इंदिरा इंडिया है' का नारा दिया। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हिंदू धर्म और हिंदुत्व को समझने वालों के लिए देश केवल भारत माता है लेकिन कांग्रेस के लिए भारत इंदिरा है। अब तक इस नारे के लिए कांग्रेस ने अब तक माफी नहीं मांगी है।
‘अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या कर दी गई’
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अमित शाह ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और आपातकाल की निंदा की। अमित शाह ने ट्विट कर लिखा, 1975 में आज ही के दिन कांग्रेस द्वारा मात्र सत्ता में बने रहने के अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या कर दी गई।
देश की जनता ने 21 महीनों तक अनेकों कष्ट और यातनाएं सही: शाह
अमित शाह ने आगे लिखा कि देश की संसद को निष्क्रय बना कर उच्चतम न्यायालय को मूकदर्शक की हैसियत में तब्दील कर दिया गया और अखबारों की जुबान पर ताले जड़ दिए गए। शाह ने अगले ट्वीट में लिखा कि असंख्य लोगों को बिना वजह कालकोठरी में डाल दिया गया, देश की जनता ने 21 महीनों तक अनेकों कष्ट और यातनाएं सही।
आपातकाल के बाद लोकतंत्र को बचाए रखने के लिए अमित शाह ने देशवासियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा कि ऐसे आपातकाल में लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने में अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले सभी देशवासियों को कोटि-कोटि वंदन।
देशभर में काला दिवस मना रही भाजपा
गौरतलब है कि भाजपा आज यानी 25 जून, 2018 को देशभर में काला दिवस मना रही है। आज ही के दिन ठीक 43 साल पहले 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगा दिया गया था। देश में आपातकाल ऐसे समय में लगाया गया जब आजादी को महज 28 साल का ही समय हुआ था। तब देश के पांचवें राष्ट्रपति के रुप में फखरुद्दीन अली अहमद का कार्यकाल चल रहा था
तत्कालिन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के फैसले के कारण 25-26 जून की रात को आपातकाल के आदेश पर राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के दस्तखत के साथ ही देश में आपातकाल लागू हो गया था और जनता के सभी नागरिक अधिकार छीन लिए गए थे।