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पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत स्थिर, परिवार ने खारिज की मौत की खबर

भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत में लगातार तीसरे दिन भी कोई सुधार नहीं हुआ है। गुरुवार...
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत स्थिर, परिवार ने खारिज की मौत की खबर

भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत में लगातार तीसरे दिन भी कोई सुधार नहीं हुआ है। गुरुवार को सेना के रिसर्च एवं रेफरल अस्पताल ने मुखर्जी की स्थिति को लेकर जानकारी साझा की। प्रणब मुखर्जी की हालत स्थिर बनी हुई है। ब्लड क्लॉटिंग होने के बाद उनकी ब्रेन सर्जरी की गई थी जिसके बाद से ही वह वेंटिलेटर पर हैं। प्रणब मुखर्जी को सोमवार की दोपहर को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सर्जरी से पहले उनमें कोविड-19 की भी पुष्टि हुई थी।

वहीं गुरुवार सुबह अचानक से सोशल मीडिया में प्रणब मुखर्जी के निधन की फेक खबर वायरल हो गई औऱ लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने लगे। इस खबर के बाद प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा और बेटे अभिजीत ने इस तरह की खबरों का खंडन करते हुए इन्हें फेक बताया।

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'मेरे पिता के बारे में फैलाई जा रहीं अफवाहें झूठी हैं। विशेष रूप से मीडिया के लिए अनुरोध है कि मुझे कॉल नहीं करें क्योंकि मुझे अस्पताल से किसी भी अपडेट के लिए अपने फोन को फ्री रखने की आवश्यकता है।'

वहीं प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत बनर्जी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी अभी भी जीवित हैं और हेमोडायनामिक रूप से स्थिर हैं! प्रतिष्ठित पत्रकारों द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही अटकलों और फर्जी खबरों से साफ जाहिर होता है कि भारत में मीडिया फेक न्यूज का कारखाना बन गया है।'

 

बता दें कि प्रणब मुखर्जी ने खुद ट्वीट करके अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी थी। कोरोना टेस्ट भी पॉजिटिव पाया गया है। मुखर्जी ने ट्वीट किया था, 'एक अस्पताल के दौरे पर मैं कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया। पिछले सप्ताह मेरे साथ संपर्क में आए उन सभी लोगों से मेरा अनुरोध है कि वे खुद को आइसोलेट कर लें और कोरोना की जांच करवाएं।'

10 अगस्त को अस्पताल में हुए थे एडमिट

10 अगस्त को गंभीर हालत में दोपहर 12.07 बजे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल ने मंगलवार को बताया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ब्रेन सर्जरी के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

2012 में बने थे देश के 13वें राष्ट्रपति

प्रणब मुखर्जी ने जुलाई 2012 में भारत के 13वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी। वह 25 जुलाई 2017 तक इस पद पर रहे थे। प्रणब मुखर्जी को 26 जनवरी 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। प्रणब मुखर्जी ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से इतिहास और राजनीति विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ-साथ कानून की डिग्री हासिल की थी। वो एक वकील और प्रोफेसर भी रहे।

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