राउरकेला से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दिलीप रे ने शुक्रवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने पार्टी छोड़ने की भी घोषणा की। दिलीप रे ने इस्तीफा देते हुए कहा कि गहरी पीड़ा के साथ मैंने राज्य विधानसभा के सदस्य के साथ-साथ बीजेपी की सदस्यता छोड़ने का फैसला लिया है।
भाजपा की सदस्यता को छोड़ते हुए काफी दु:ख हो रहा है: दिलीप रे
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आज इस्तीफा सौंपते हुए दिलीप रे ने कहा कि मेरे लिए ये मुश्किल जरूर है लेकिन मुझे लगता है कि राउरकेला के हितों के लिए मेरा निर्णय ठीक है। दिलीप रे ने अपना इस्तीफा ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष पीके अमात को सौंपा। दिलीप रे ने कहा कि राज्य विधानसभा के सदस्य के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता को छोड़ते हुए उन्हें काफी दु:ख हो रहा है।
मैं अपने क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया: दिलीप रे
पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप रे ने अपने इस्तीफे में लिखा है, मैं इसे स्वीकार करता हूं कि मैं अपने क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया, इसी बात की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैंने इस्तीफा देने का फैसला लिया है। यह निर्णय मेरे लिए दुखदायी और पीड़ा वाला है।
‘स्टील सिटी, राउरकेला हमेशा मेरे दिल के करीब रहेगा’
उन्होंने कहा, मैंने लंबे समय के बाद चुनावी राजनीति में 2014 में हिस्सा लिया था। राउरकेला विधानसभा सीट से मैंने चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। यह जीत उस समय में आई जब राज्य में लोगों ने अन्य दलों के प्रतिनिधियों को चुना था। रे ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि स्टील सिटी, राउरकेला हमेशा मेरे दिल के करीब रहेगा।
‘मैं राज्य विधानसभा और भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देता हूं’
दिलीप रे ने कहा है कि उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता से किए गए वादों पर पूरी तरह से उतरने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। उन्होंने लिखा है कि क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैं राज्य विधानसभा और भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।
दिलीप रे के पार्टी छोड़ने की चर्चाएं पहले से ही जोरों पर थी
गौरतलब है कि भाजपा विधायक दिलीप रे के बारे में पार्टी छोड़ने की चर्चाएं पहले भी जोरों पर थी और इसके लिए तारीख भी तय थी।