कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियां आम आदमी की कमर तोड़ रही हैं। जीवन बीमा और वाहन बीमा का प्रीमियम बढ़ गया है जबकि ईपीएफ की ब्याज में कटौती हो गई है। ऐसे कदमों से आम लोगों की जेब पर बोढ़ बढ़ाकर सरकार अब घड़ियाली आंसू बहा रही है।
बीमा प्रीमियम में बेतहाशा बढ़ोतरी
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं को बताया कि उत्पादकता, रोजगार और रुपया गिर रहा है जबकि महंगाई, सामाजिक विभाजन और सरकार का घमंड बढ़ रहा है। सरकार सभी मोर्चों पर विफल साबित हो रही है। नियामकों ने थर्ड पार्टी वाहन बीमा प्रीमियम 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। इससे दोपहिया, तिपहिया और चार पहिया वाहनों (1500 सीसी तक) का प्रीमियम बढ़ेगा। इसी तरह जीवन बीमा का भी प्रीमियम बढ़ाने का प्रस्ताव है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इससे मध्यम और निम्न वर्ग के लोगों पर बुरा असर पड़ेगा। इन फैसलों को रोकने के लिए सरकार के पास पर्याप्त अधिकार हैं। लेकिन सरकार ने ऐसे फैसलों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
गैस सिलेंडर महंगा जबकि पीएफ पर ब्याज घटा
खाद्य वस्तुओं की महंगाई लगातार बढ़ रही है। कुछ समय पहले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 144 रुपये बढ़ाई गई थी। इससे आम जनता पर असर पड़ेगा क्योंकि एक साल में 12 रियायती सिलेंडर लेने के बाद बाजार भाव पर सिलेंडर खरीदना होगा। सरकार ने हाल में ईपीएफ पर भी ब्याज दर 8.65 फीसदी से घटाकर 8.5 फीसदी कर दिया है।
सरकार से फैसलों में हस्तक्षेप की मांग
कांग्रेस ने मांग की कि सरकार को इन मामलों में हस्तक्षेप करके फैसले बदलने चाहिए ताकि आम लोगों की परेशानियां कम हो सकें। यस बैंक के संकट पर सिंघवी ने कहा कि सरकार को जमाकर्ताओं का पैसा सुरक्षित करने के लिए कदम उठाने चाहिए।