निर्वाचन के बाद हृदय नारायण दीक्षित ने सदन में बैठे सभी विधायकों का आभार व्यक्त किया और सहयोग की अपील भी की।
गौरतलब है कि राज्य विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए दीक्षित ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना, विधानसभा में नेता विरोधी दल राम गोविन्द चौधरी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के रामवीर उपाध्याय, कांग्रेस के अजय कुमार लल्लू और निर्दलीय रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया की मौजूदगी में नामांकन किया था। उनके प्रस्तावकों में भाजपा, समाजवादी पार्टी (सपा),बसपा, कांग्रेस, अपना दल और निर्दलीय विधायक शामिल थे।
दीक्षित पांचवीं बार विधानसभा के सदस्य चुने गए हैं। वह एक बार राज्य विधान परिषद के भी सदस्य रहे हैं। पहली बार निर्दलीय चुनाव जीते थे। वह उन्नाव के पूर्व विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रहे हैं जबकि इस बार उन्नाव के ही भगवंतनगर सीट से चुनाव जीते हैं।
राज्य विधानसभा के प्रमुख सचिव और पीठासीन अधिकारी प्रदीप दुबे ने बताया कि दीक्षित का एकमात्र नामांकन हुआ था इसलिए परिणाम सभी को पता था, लेकिन चुनाव कार्यक्रम के अनुसार नतीजे की औपचारिक घोषणा आज हुई।