हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में एक नया गठबंधन हुआ है। दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) आगामी हरियाणा विधानसभा का चुनाव मिलकर लड़ेंगे। दिल्ली में रविवार को जेजेपी और बसपा ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीएसपी नेता सतीशचंद्र मिश्रा और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला शामिल हुए। विधानसभा चुनाव में जननायक जनता पार्टी 50 और बहुजन समाज पार्टी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
साल के अंत तक हो सकते हैं चुनाव
हरियाणा में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। इसके लिए सभी पार्टियों ने कम कस ली है। इसी को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने हरियाणा के लिए नरेंद्र सिंह तोमर को चुनाव प्रभारी बनाया गया है, वहीं भूपेंद्र सिंह को सह प्रभारी बनाया गया है।
लोकसभा चुनाव से पहले चौटाला कुनबे में राजनीतिक वर्चस्व की जंग में इनेलो दो हिस्सों में बंट गई। एक तरफ अजय चौटाला ने बेटे दुष्यंत चौटाला साथ मिलकर जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) बना ली है, तो दूसरी तरफ अभय चौटाला ने पिता के साथ इनेलो की कमान अपने हाथ में ले रखी है। अब विधानसभा चुनाव से पहले इनेलो के विधायक लगातार टूटकर दूसरे दल खासकर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं। इसका नतीजा है कि पांच सालों में इनेलों के विधायकों की संख्या 19 से घटकर तीन पर आ गई है।
2014 के चुनाव की स्थिति
दरअसल, हरियाणा के 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 47, इनेलो को 19 और कांग्रेस को 15 सीटें मिली थी लेकिन हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) का कांग्रेस में विलय होने के बाद कुलदीप बिश्नोई और रेणुका बिश्नोई कांग्रेस विधायक हो गए। इनकी संख्या 17 हो गई।