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उम्मीद है कि भारत और पाक के नेता बातचीत का माहौल बनाएंगे, मुद्दे सुलझाएंगे: उमर अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत और...
उम्मीद है कि भारत और पाक के नेता बातचीत का माहौल बनाएंगे, मुद्दे सुलझाएंगे: उमर अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान के नेता बातचीत का माहौल बनाएंगे और आपसी चिंताओं और मुद्दों का समाधान करेंगे।

अब्दुल्ला, जो उत्तरी कश्मीर के बारामूला निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, पाकिस्तान पर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे।

नेकां नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, "अय्यर ने क्या कहा है, मैं उस पर नहीं जाना चाहता। हम अपने पड़ोसियों से उनके परमाणु हथियारों के कारण बात नहीं करते हैं, हमारे अन्य पड़ोसी भी हैं जिनके पास परमाणु हथियार नहीं हैं लेकिन हम उनके साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की कोशिश करते हैं, चाहे वह बांग्लादेश हो, मालदीव हो, श्रीलंका हो, नेपाल हो, भूटान हो या म्यांमार हो।''

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के संसद में दिए गए बयान कि कोई दोस्त बदल सकता है लेकिन पड़ोसी नहीं, का जिक्र करते हुए अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि दोनों देश बातचीत का माहौल बनाएंगे। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान में नई सरकार बनी है और 4 जून को नतीजे आने के बाद यहां भी नई सरकार बनेगी, चाहे जो भी बने। लेकिन हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के नेता बातचीत का माहौल बनाएंगे और हमारी आपसी चिंताओं और मुद्दों को हल करें।"

एक समाचार चैनल पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी कि भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर दिया गया है, पर अब्दुल्ला ने कहा, "हाल ही में, प्रधान मंत्री ने (व्यवसायियों) अडानी और अंबानी पर ट्रकों में (कांग्रेस के लिए) काला धन भेजने का आरोप लगाया। तो, अगर उनके पास काला है पैसा है, तो जाहिर है कि भ्रष्टाचार ख़त्म नहीं हुआ है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के दौरान मुसलमानों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। अब्दुल्ला ने कहा, "हर भाषण में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। कल भी एक बीजेपी नेता ने कहा था कि यह चुनाव मोदी बनाम राहुल और विकास बनाम जिहाद है। आप सिर्फ यह दिखाने के लिए जिहाद की बात करते हैं कि मुसलमान जिहाद के अलावा कुछ नहीं जानते हैं।"

नेकां नेता ने पूछा, "क्या हम प्रगति में भाग नहीं लेना चाहते? क्या हमारे युवाओं को देश की प्रगति में भाग लेने का कोई अधिकार नहीं है? यदि देश की जनसंख्या 140 करोड़ है, तो उसमें से 14 प्रतिशत मुसलमान हैं। मुसलमानों को भी भाग लेने का अधिकार है विकास में। मुसलमानों को जिहाद का टैग क्यों दिया गया है।''

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