अनुच्छेद 370 खत्म होने के दो दिन बाद गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव ने सरकारी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से काम पर वापस लौटने का निर्देश दिया है। इसके अलावा सांबा जिले में 9 अगस्त से सभी स्कूल पहले की तरह खुलेंगे। एएनआई के मुताबिक, 70 आतंकियों और पाकिस्तान समर्थक अलगाववादियों को घाटी से आगरा शिफ्ट किया गया है। आतंकियों और अलगाववादियों को इंडियन एयर फोर्स के स्पेशल प्लेन से लाया गया है।
बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव ने एक आदेश में कहा, 'डिविजनल लेवल, डिस्ट्रिक्ट लेवल और श्रीनगर स्थित सिविल सेक्रटेरियट में काम करने वाले सभी कर्मचारी तत्काल प्रभाव से काम पर लौटें।' इसके साथ ही प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि ड्यूटी पर आने वाले सभी कर्मियों की सुरक्षा और कामकाज के शांतिपूर्ण माहौल को हर हाल में सुनिश्चित किया जाए।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक बयान जारी कर कहा, 'सांबा जिला प्रशासन ने फैसला लिया है कि सभी शिक्षण संस्थान, फिर चाहे वे सरकारी हों या प्राइवेट 9 अगस्त से विधिवत खुलेंगे और पहले की तरह ही वहां कामकाज होगा।'
सरकार ने ऐहतियातन लिया था स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का फैसला
बता दें कि अनुच्छेद 370 से संबंधित प्रस्ताव 5 अगस्त को राज्यसभा में पेश किए जाने से पहले ही पूरे जम्मू-कश्मीर में भारी सुरक्षाबल की तैनाती कर दी गई थी। 4 अगस्त से राज्य में इंटरनेट और स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश दे दिया गया था। सरकार के इस फैसले से उम्मीद है कि राज्य में जनजीवन सामान्य होगा।
राज्यपाल ने लिया लोगों की बुनियादी सुविधाओं का जायजा
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक गुरुवार को प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति और आम लोगों के लिए बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था का जायजा लिया। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एक बैठक में मलिक ने लोगों के जुमे की नमाज अदा करने और अगले सप्ताह ईद-उल-अजहा मनाने के लिए व्यवस्थाओं की समीक्षा की। राज्यपाल ने कहा कि कश्मीर घाटी में विभिन्न स्थानों पर मंडी स्थापित की जाएगी ताकि लोग ईद के मौके पर पशु खरीद सकें। राज्यपाल के दो सलाहकार के. विजय कुमार और के. स्कंदन के अलावा मुख्य सचिव बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम इस बैठक में मौजूद थे।