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बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस किसी भी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार: कमलनाथ

भाजपा को शिकस्त देने के लिए अब पूरा विपक्ष एकजुट होने लगा है। कर्नाटक में बुधवार को जब एचडी...
बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस किसी भी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार: कमलनाथ

भाजपा को शिकस्त देने के लिए अब पूरा विपक्ष एकजुट होने लगा है। कर्नाटक में बुधवार को जब एचडी कुमारस्वामी की सरकार अस्तित्व में आई, तो 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले एक ऐंटी बीजेपी महागठबंधन का विचार मजबूत होता नजर आया। ऐसा तब कहा जा रहा है जब हाल ही में एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकता की झलक सामने आई।

इन सबके बाद कांग्रेस नेता कमलनाथ ने बुधवार को बीजेपी का सामना करने के लिए कांग्रेस का किसी भी पार्टी से हाथ मिलाने का संकेत दे डाला। उन्होंने मध्य प्रदेश चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी या बसपा के साथ गठबंधन की संभावना को भी स्वीकार किया।

जब कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में गर्मजोशी से मिलीं सोनिया और माया

कमलनाथ के इस बयान से दो दिन पहले कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकता की झलक तब साफ दिखाई दी, जब क्षेत्रीय पार्टियों के नेता और एक दूसरे के विरोधी भी गर्मजोशी के साथ मिले। लेकिन इस मौके पर जिस ऐतिहासिक पल ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा वो थी यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और बसपा सुप्रीमो मायावती की मुलाकात। इस दौरान दोनों ने ही बेहद गर्मजोशी के साथ मुलाकात की, जिसे 2019 के लिए भाजपा विरोधी गठजोड़ का संकेत माना जा रहा है।

विपक्षी नेताओं के बीच मेलजोल ,बढ़ा सकता है भाजपा की मुश्किलें

वहीं, इस दौरान एक ऐसा भी नजारा देखने को मिला जब राजद नेता लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पैर भी छुए। इस समारोह के दौरान मंच पर मायावती का ममता बनर्जी और सोनिया गांधी से मिलना, तेजस्वी यादव का वरिष्ठ नेताओं के पैर छूना और विपक्षी नेताओं के बीच मेलजोल भाजपा की मुश्किलें बढ़ा सकता है।

एमपी विधनसभा चुनाव में सपा से तालमेल कर सकती है कांग्रेस: कमलनाथ

दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने संकेत दिए हैं कि भाजपा को हराने के लिए उनकी पार्टी राज्य विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से तालमेल कर सकती है। उन्होंने बुधवार को भोपाल में पत्रकारों के साथ बात करते हुए कहा कि पहले भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस का सपा के साथ गठबंधन रहा है।

'समान विचारधारा वाली पार्टियां चुनाव के दौरान आएं साथ '

इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि वह चाहते हैं की समान विचारधारा वाली पार्टियां चुनाव के दौरान साथ आएं। इसके लिए हम दूसरी पार्टियों से गठबंधन के लिए बातचीत करेंगे। भाजपा विरोधी गठबंधन बनाए जाने के का कारण बताते हुए कमलनाथ ने कहा कि 2014 में हुए चुनाव में कुल पड़े वोटों में भाजपा ने 31 फीसदी वोट हासिल किए जबकि 69 फीसदी वोट उसके खिलाफ थे। इसके बावजूद भाजपा यह दावा करती है कि लोगों का बहुमत उसके साथ है। उन्होंने कहा कि वे नहीं चाहते कि धर्मनिरपेक्ष वोटों का बंटवारा हो इसलिए वे जल्द ही दूसरी पार्टियों से बात करना शुरू करेंगे।

कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के एक दिन बाद आया कमलनाथ का ये बयान

कमलनाथ का बयान कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के एक दिन बाद आया है। कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के दिग्गजों का जमावड़ा लगा था, जिसमें एकजुट विपक्ष की झलक दिखाई पड़ी थी।

कांग्रेस और सपा ने मिलकर लड़ा था यूपी विधानसभा का चुनाव

गौरतलब है कि कांग्रेस और सपा ने पिछले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव मिलकर लड़ा था। इसके बाद भी भाजपा 325 सीटें जीत कर सरकार बनाने में सफल हो गई थी जबकि कांग्रेस-सपा गठबंधन को मात्र 54 सीटें हासिल हुईं थी। 

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