कर्नाटक का संकट गहराता जा रहा है। दो अन्य कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं, भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार से मुलाकात की। विधायकों के इस्तीफों पर विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कहा कि मैंने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। मैं रातों-रात ऐसा नहीं कर सकता। मैंने उन्हें 17 जुलाई का समय दिया है। मैं प्रक्रिया के हिसाब से चलूंगा और निर्णय लूंगा। साथ ही उन्होंने बताया कि आज दो और विधायकों के सुधाकर और एमटीबी नागराज ने इस्तीफा दिया है। जहां तक दूसरे विधायकों का सवाल है, कानून अपना काम करेगा। कानून सबके लिए एक है। यह व्यक्ति के हिसाब से बदल नहीं सकता।
हिरासत में लिए गए डीके शिवकुमार और मिलिंद देवड़ा
मुंबई के रेनिसन्स होटल के बाहर कर्नाटक सरकार के मंत्री डीके शिवकुमार और कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। डीके शिवकुमार होटल में बागी विधायकों से मिलने के लिए बाहर बैठे हुए थे। उन्हें कलिंगा यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रखा गया है। उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया। साथ ही बेंगलुरू में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को विरोध प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया गया है।
तनाव को देखते हुए होटल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। कांग्रेस और जेडीएस के इस दांव की काट के लिए बीजेपी नेता पूर्व डेप्युटी सीएम आर अशोक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष केजी बोपैया भी मुंबई पहुंच गए हैं।
इस बीच कांग्रेस और जेडीएस नेताओं के आने की खबर पाकर इन बागी विधायकों ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर खुद को खतरा जताया था। विधायकों की अपील पर होटेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। जिस होटल में ये बागी विधायक ठहरे हुए हैं, वहां पर महाराष्ट्र राज्य रिजर्व पुलिस बल और दंगा निरोधक पुलिस तैनात की गई है।
हम अपने मित्रों से मिलने आए: डीके शिवकुमार
10 विधायकों के हस्ताक्षर वाले इस पत्र में लिखा गया है, 'हम कर्नाटक विधानसभा के चुने हुए विधायक हैं और पवई के होटेल रेनिसैंस में रुके हुए हैं। हमने सुना है कि कुमारस्वामी, डीके शिवकुमार और अन्य नेता होटेल में आने वाले हैं। हम इससे डरे हुए हैं और हम उनसे मिलना नहीं चाहते हैं। कृपया इस मामले में हमारी मदद करें और उन्हें होटेल परिसर में ना घुसने दें।'
उधर, डीके शिवकुमार ने कहा है कि मुंबई पुलिस या किसी और को तैनात करने दीजिए। उन्हें अपना काम करने दीजिए। हम अपने मित्रों से मिलने आए हैं। हम राजनीति साथ पैदा हुए हैं। हम राजनीति में साथ मरेंगे। वे हमारे पार्टी कार्यकर्ता हैं। हम उनसे मिलने आए हैं।
स्पीकर के कदम से कुमारस्वामी को राहत
इससे पहले मंगलवार को स्पीकर ने यहां कहा कि इनमें से आठ विधायकों के इस्तीफे निर्धारित प्रारूप में नहीं हैं और पांच अन्य को यह स्पष्टीकरण देने की जरूरत है कि उनका यह कदम क्यों नहीं दल बदल विरोधी कानून के दायरे में आता है। उन्होंने कहा कि इन विधायकों को इस्तीफों को फिर से दाखिल करने और इनकी वजहों का खुलासा करने के लिए 21 जुलाई तक का समय दिया गया है। इन 13 विधायकों में से 10 कांग्रेस के और तीन जेडीएस के हैं। स्पीकर ने यह भी कहा कि विधानसभा का सत्र 12 जुलाई से ही शुरू होगा।
राज्यपाल से मिलेगी बीजेपी, प्रदर्शन की तैयारी
बागी विधायकों और मंत्रियों के इस्तीफे के बाद संकट में पहुंची कुमारस्वामी सरकार को और मुश्किल में डालने के लिए बीजेपी बुधवार से विरोध प्रदर्शन की तैयारी में है। कुमारस्वामी के इस्तीफे की मांग कर रही बीजेपी ने कहा है कि वह बुधवार सुबह विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करेगी और इस मामले को लेकर राज्यपाल से भी मिलेगी। बीजेपी नेता अरविंद लिंबावली ने कहा, 'बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी विधायकों की बैठक हुई थी। कुमारस्वामी के इस्तीफे की मांग को लेकर सोमवार को हमने सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने का निर्णय किया था लेकिन अब बुधवार को हम विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करेंगे।'