कैंब्रिज एनालिटिका की रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस में ऐप गायब होने का सिलसिला जारी है। गूगल प्ले स्टोर से कांग्रेस के ऐप के गायब होने के बाद अब कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया का ऐप भी गायब हो गया है। यह ऐसे समय में गायब हुआ है जब ट्विटर पर एक व्यक्ति द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि ऐप्स यूजर्स के निजी डेटा को निजी कंपनी को बेचती हैं।
सीएम सिद्दरमैया की सफाई
गूगल प्ले स्टोर पर ऐप के गायब होने के बाद सीएम सिद्दरमैया ने ट्वीट कर अपने ऐप को डिलीट किए जाने का कारण बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता का पालन करते हुए उन्होंने अपने ऐप को सस्पेंड करवा दिया है।
उन्होंने कहा, ऐप में मेरी कई तस्वीरें हैं, ‘व्यक्तिगत रूप से उन्हें हटाना ही एक मात्र विकल्प नहीं है। इसलिए मैंने चुनाव आचार संहिता के अनुपालन के लिए संबंधित विभाग को सीएम सिटीजन कनेक्ट ऐप को सस्पेंड करने को कहा। चुनाव के बाद इस ऐप को दोबारा शुरू किया जा सकता है।' उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आचार संहिता के पालन हेतु अपना ऐप डिलीट करवाया है।
The CM’s app has several pictures of mine. Deleting them individually is not an option. So I had asked the e-Gov Dept to suspend the CM’s citizen connect app in order to remain compliant with the code of conduct. It can be revived after elections. https://t.co/OhbYnQg9iW
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) March 29, 2018
वहीं, दूसरी तरफ फ्रांसीसी सुरक्षा शोधकर्ता बैप्टिस्ट रॉबर्ट ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने जानकारी दी कि यूजर्स के नाम, फोन नंबर, जन्म तिथि और लिंग निजी कंपनी को भेजे जाते हैं।
BJP का आरोप
इससे पहले बीजेपी ने कर्नाटक के सी एम सिद्दरमैया पर सीएम ऐप के जरिए लोगों का पैसा चुराने का आरोप लगाया था। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था, ‘क्या निजी राजनीतिक ब्रांडिंग करने के लिए लोगों के पैसे का उपयोग करना सही है? यह केवल डेटा चोरी नहीं है, बल्कि लोगों के पैसे की डकैती करना भी है।’