मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में अपने अपने पतियों के लिए प्रचार कर रहीं प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया और प्रिया नाथ गर्मी और धूल से परेशान हुए बिना अपने अपने पतियों ज्योतिरादित्य सिंधिया और नकुल नाथ के पक्ष में मतदान के लिए जनता को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।
सिंधिया राजघराने से संबद्ध नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया और सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक, कांग्रेस नेता नकुल नाथ की पत्नी प्रिया नाथ अपने अपने जीवनसाथी के लिए प्रचार अभियान के तहत बाजार में विक्रेताओं से मिलते, भजन गाते, आम लोगों को आकर्षित करने वाली गतिविधियों में शामिल देखी गई हैं।
छिंदवाड़ा के मौजूदा सांसद नकुल नाथ ने इस बार चुनावी हलफनामे में 697 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। वह 2019 में लोकसभा के 475 करोड़पति सदस्यों की सूची में शीर्ष पर थे।
उनकी पत्नी प्रिया नाथ को हाल ही में अपने पति की संसदीय सीट छिंदवाड़ा के अंतर्गत आने वाले चौरई में एक खेत में फसल काटते देखा गया था। वह जुन्नारदेव विधानसभा सीट के अंतर्गत नवेगांव पहुंचीं और भागवत कथा पंडाल में ग्रामीण महिलाओं के साथ भक्ति गीतों की धुन पर उन्होंने नृत्य किया।
वडोदरा के गायकवाड़ शाही परिवार से आने वाली प्रियदर्शनी राजे सिंधिया गुना निर्वाचन क्षेत्र की सड़कों पर आम लोगों से बेहद सहजता से मिलती हैं। गुना सीट से उनके पति ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। प्रियदर्शनी राजे बाजार और अन्य स्थानों पर मतदाताओं को बताती हैं कि ग्वालियर के ‘महाराज’ उनकी कितनी परवाह करते हैं। यहां के लोग सिंधिया को ‘महाराज’ कहते हैं।
पिछले हफ्ते प्रियदर्शनी राजे ने एक सभा में कहा था कि वह पिछले 20 साल से महाराज के साथ हैं और उन्होंने देखा है कि गुना-शिवपुरी-अशोकनगर क्षेत्र के लोगों के प्रति उनका कितना स्नेह है। तीनों जिले गुना, शिवपुरी, अशोकनगर गुना संसदीय सीट का हिस्सा हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकट के दौरान ‘महाराज’ को हर दिन यह चिंता रहती थी कि अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर, टैंकर, दवाओं के साथ-साथ गुना लोकसभा क्षेत्र के लोगों के लिए भोजन, पानी और अन्य आवश्यक सामग्री की कमी न हो।
छिंदवाड़ा में प्रिया नाथ अपने पति के समर्थकों का मनोबल बनाए रखने की कोशिश करते हुए अपने ससुर कमलनाथ के उन सहयोगियों पर निशाना साध रही हैं जो हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं।
उन्होंने पिछले सप्ताह एक सभा में कहा, "मैं जहां भी जाती हूं, मेरी बहनें मुझसे कहती हैं कि दीदी, कभी घबराना नहीं, हम आपके साथ हैं। मैं पूछती हूं, क्या मेरे चेहरे पर कोई घबराहट दिखती है? मैं घबराई हुई नहीं हूं, लेकिन मैं निश्चित तौर पर पापा कमल नाथ जी के लिए दुखी हूं, जिनकी अग्नि परीक्षा का समय आने पर उन्होंने (दलबदलुओं ने) धोखा दे दिया।'' उन्होंने कहा, "हमें इसका दुख तो है क्योंकि हमने उन्हें पूरे दिल से अपने परिवार के रूप में स्वीकार किया था।"
नकुलनाथ की जीत का विश्वास जताते हुए प्रिया नाथ ने यह भी कहा कि छिंदवाड़ा के लोग और नाथ परिवार 44 साल से एक साथ हैं और कोई भी ताकत 44 दिनों (चुनाव से पहले) में इस रिश्ते को नहीं तोड़ सकती।
भोपाल की वरिष्ठ पत्रकार श्रावणी सरकार ने पीटीआई- को बताया कि पिछले एक दशक में चुनावी राजनीति के परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव आये हैं।