हाल ही में जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के बड़े नेता सैफुद्दीन सोज द्वारा कश्मीर को लेकर दिए गए बयान पर काफी बवाल हुआ था। 'आजाद कश्मीर' वाले सोज के बयान के बाद बीजेपी कांग्रेस पर निशाना साधने से पीछे नहीं हटी, जिसके बाद सोमवार को कांग्रेस ने सोज के बुक लॉन्चिंग कार्यक्रम से किनारा कर लिया है।
कश्मीर पर लिखी गई सोज की किताब 'कश्मीर: ग्लिम्पसेज ऑफ हिस्ट्री एंड द स्टोरी ऑफ स्ट्रगल' की लॉन्च में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.चिदंबरम नहीं जाएंगे। बताया जा रहा है कि सोज की किताब को आज चिदंबरम लॉन्च करने वाले थे।
चिदंबरम-मनमोहन सिंह ने कार्यक्रम में जाने से किया इनकार
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को किताब के विमोचन के दौरान चर्चा में भाग लेने के लिए बतौर गेस्ट जाना था, लेकिन अब वह नहीं जाएंगे। न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि चिदंबरम के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर से भी इस कार्यक्रम को जाने से मना कर दिया गया है।
सोज के बयान से कांग्रेस ने कर लिया था किनारा
सोज के बयान से हुए विवाद के बाद कांग्रेस ने उनके बयान से ही किनारा कर लिया था। प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने तो उनके बयान को किताब बेचने के हथकंडे जैसा बताया था।
पहले कार्यक्रम में आने का न्योता स्वीकारा फिर ठुकराया
बताया जा रहा है कि सैफुद्दीन सोज की ओर से मनमोहन सिंह को कार्यक्रम में आने का न्योता दिया गया था, जिसे मनमोहन सिंह की तरफ से स्वीकार भी कर लिया गया था लेकिन सोज के बयान पर हुए बवाल को देखते हुए अब मनमोहन ने भी इस कार्यक्रम से अपने पैर पीछे खींच लिए हैं।
जानें कश्मीर को लेकर क्या था सोज का बयान?
सैफुद्दीन सोज ने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के उस बयान का समर्थन किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कश्मीरियों को मौका मिले तो वह किसी के साथ जाने के बजाय आजाद होना चाहेंगे। सोज का कहना था कि मुशर्रफ का एक दशक पहले दिया गया ये बयान आज भी कई मायनों में ठीक बैठता है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि ये आजादी मिलना मुमकीन नहीं है। मेरे बयानों का पार्टी से लेना-देना नहीं है।