केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और सांसद हेमा मालिनी ने शनिवार को स्वच्छता अभियान के चलते संसद परिसर में झाड़ू लगाई। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर कई बड़े भाजपा नेताओं ने स्वच्छ भारत का संदेश देते हुए इस कार्यक्रम में शिरकत की। ऐसे में इस कार्यक्रम का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मथुरा से सांसद हेमा मालिनी झाड़ू लगाती हुई दिख रही हैं। अब हेमा मालिनी को लेकर अब लोग तरह-तरह के मीम्स शेयर कर रहे हैं और उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।
क्या है वीडियो में
वीडियो में भाजपा सांसद हेमा मालिनी को झाड़ू लगाता देखकर लोग कमेंट्स कर रहे हैं। कुछ लोग तो इसे भ्रम बता रहे हैं और इनका कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वह झाड़ू लगा रही हैं या क्या कर रही हैं। दरअसल, वीडियो में दिख रहा है कि वह जहां झाड़ू लगा रही हैं, वहां उनकी झाड़ू ठीक तरह से जमीन तक नहीं पहुंच रही है। साथ ही वहां कूड़ा भी नहीं पड़ा है जबकि अनुराग ठाकुर कूड़ा साफ करते दिख रहे हैं। ऐसे में हेमा मालिनी का यह वीडियो लोगों के लिए हंसी-मजाक का टॉपिक बना गया और इस पर मीम्स शेयर होने लगे। यूजर्स ने कहा कि वह महज दिखावे के लिए ऐसा कर रही हैं।
देखें वीडियो-
#WATCH Delhi: BJP MPs including Minister of State (Finance) Anurag Thakur and Hema Malini take part in 'Swachh Bharat Abhiyan' in Parliament premises. pic.twitter.com/JJJ6IEd0bg
— ANI (@ANI) 13 July 2019
फसल काटने की तस्वीर पर भी हुई थीं ट्रोल
लोकसभा चुनाव से पहले भी हेमा मालिनी की एक तस्वीर खूब वायरल हुई थीं। चुनाव प्रचार के दौरान हेमा मालिनी अपने संसदीय क्षेत्र में प्रचार के दौरान खेतों में फसल काटती दिखीं थीं। इसे सोशल मीडिया में चुनावी स्टंट कहा गया था। गोवर्धन इलाके में खेतों में फसल काट रही कामकाजी महिलाओं के बीच हेमा मालिनी पहुंचीं और उन्होंने गेंहू की कुछ बालियां काटीं। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने कहा कि आखिर इतने सालों तक उन्हें फसलों की याद क्यों नहीं आई? साथ ही कहा गया कि वह गेहूं के गठ्ठर के साथ महज पोज दे रही हैं।
राजनीति में हेमा मालिनी
2019 में दोबारा लोकसभा पहुंचीं हेमा मालिनी 2014 से मथुरा से सांसद हैं। इससे पहले हेमा 2003 से 2009 तक तथा 2011-2012 में राज्यसभा सदस्य रह चुकी हैं। इस बीच वे संसद की विदेश, परिवहन, पर्यटन, संस्कृति, महिला सशक्तिकरण, सूचना एवं प्रसारण, उद्योग, भारी उद्योग, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम एवं शहरी विकास व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयों की समितियों की सदस्य भी रही हैं। इसके अलावा वे वर्ष 2002-03 में राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम की अध्यक्ष भी रहीं।