‘मीटू कैम्पेन’ की मदद से भारत में महिलाएं अपने साथ अतीत में हुई यौन शोषण की घटनाओं का सोशल मीडिया की मदद से जमकर खुलासा कर रही है। इस कैंपेन के तहत बॉलीवुड के बाद अब देश में अन्य क्षेत्रों के लोग भी दस्तक दे रहे हैं। कई महिलाओं ने अपने साथ हुए यौन दुर्व्यवहार को खुलकर बताया है। इसमें कई बड़े चेहरे बेनकाब हो रहे हैं।
'आरोप लगाने के लिए महिलाएं लेती हैं पैसे'
इस बीच बीजेपी सांसद उदित राज ने भी मीटू कैंपेन को लेकर एक विवादित बयान दे डाला। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उदित राज ने विवादित बयान देते हुए कहा, 'कुछ महिलाएं जानबूझकर पुरुषों पर ऐसे आरोप लगाती हैं। उसके बाद उनसे 2-4 लाख रुपये लेकर दूसरे पुरुषों को इसके लिए चुनती हैं। उन्होंने कहा, मैं स्वीकार करता हूं कि ये पुरुष का प्राकृतिक स्वभाव है, लेकिन ये सवाल है कि क्या इसमें महिलाएं निपुण नहीं हैं? क्या वो इसका दुरुपयोग नहीं कर रहीं हैं? उन्होंने कहा महिलाओं के ऐसा करने से पुरुषों की जिंदगी बर्बाद हो रही है #MeTo।'\
'10 साल बाद ऐसे आरोप लगाए जाने का क्या मतलब'
इससे पहले उदित राज ने इस कैंपेन पर सवाल उठाते हुए कहा, मीटू कैंपेन जरूरी है लेकिन अगर 10 साल बाद ऐसे आरोप लगाए जाते हैं तो इसका क्या मतलब है? माना जा रहा है कि उदित राज ने केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के ऊपर लगे आरोपों के बचाव में ट्वीट किया है।
‘ये गलत प्रथा की शुरुआत है’
उदित राज ने ट्वीट किया, '#MeTo कैंपेन जरूरी है लेकिन किसी व्यक्ति पर 10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब है? इतने सालों बाद ऐसे मामले की सत्यता की जांच कैसे हो सकेगा? जिस व्यक्ति पर झूठा आरोप लगा दिया जाएगा उसकी छवि का कितना बड़ा नुकसान होगा ये सोचने वाली बात है। गलत प्रथा की शुरुआत है।'
केंद्रीयमंत्री पर लगा है यौन दुर्व्यवहार का आरोप
पूर्व संपादक और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर पत्रकार प्रिया रमानी ने यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगाए हैं। प्रिया रमानी ने अपने आरोप को पूरी मजबूती के साथ पेश किया है और इस सिलसिले में कई ट्वीट्स किए हैं जिनमें उन्होंने न सिर्फ अपना पूरा दर्द बयान किया है, बल्कि यौन शोषण की पूरी कहानी को दोहराई है।
आलोक नाथ पर रेप और यौन प्रताड़ना का आरोप
टेलीविजन लेखिका, निर्देशक और निर्माता विनता नंदा ने अपने मशहूर टीवी शो 'तारा' के लीड एक्टर आलोक नाथ पर रेप और यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इसकी जानकारी उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिये बताई है। उन्होंने लिखा कि आरोपी एक्टर शराब के नशे में शो के सेट पर आता और एक्ट्रेस के साथ बुरा बर्ताव करता। वह एक्टर उनका दोस्त था और उस समय का बड़ा स्टार भी था। एक्ट्रेस ने जब शिकायत की तो हमने उसे एक मौका दिया। लेकिन उसकी हरकतें नहीं रूकी और एक रोज उसने शराब के नशे में सेट पर एक्ट्रेस से दुर्व्यवहार किया। एक्ट्रेस ने उसे थप्पड़ मार दिया। इसके बाद उस एक्टर को शो से हटा दिया गया।
यूजर्स ने आलोक नाथ को घेरना शुरू कर दिया
नंदा ने हालांकि उस एक्टर का नाम नहीं लिखा है लेकिन उसकी पहचान की तरफ इशारा करते हुए 'संस्कारी' शब्द का इस्तेमाल किया। इससे लगता है कि उनका आरोप एक्टर आलोक नाथ पर है। सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने आलोक नाथ को घेरना शुरू कर दिया।
ये 20 साल पुरानी घटना है: विनता नंदा
विनता ने लगभग 20 साल पुरानी घटना शेयर करते हुए लिखा, ये 20 साल पुरानी घटना है। इस एक्टर की वाइफ मेरी बेस्ट फ्रेंड थी। एक दिन वह शहर से बाहर थीं तो उसने मुझे घर में पार्टी के लिए इनवाइट किया। हमारे लिए ये नॉर्मल बात थी। हमारे थिएटर ग्रुप के सभी दोस्त पार्टी में मिलते रहते थे। पार्टी में मेरी ड्रिंक में कुछ मिलाया गया था। रात लगभग दो बजे जब हमने घर छोड़ा तो मुझे अजीब सा लगा। मैं अपनी घर की तरफ निकल गई।
विनता लिखती हैं, मुझसे किसी ने ड्रॉप के लिए नहीं पूछा। सड़क खाली थी और मेरे घर भी काफी दूर था। तभी इस एक्टर ने गाड़ी रोकी और मुझे घर छोड़ने का ऑफर दिया। मैं इन्हे जानती थी इस वजह से उनकी कार में बैठ गई। मुझे याद है कि मेरे मुंह पर जबरदस्ती और शराब डाली गई थी और मेरा लगातार शोषण हो रहा था।
विनता अपनी पोस्ट में लिखती हैं, अगले दिन जब मैं उठी तो मुझे काफी दर्द हो रहा था। मेरा न सिर्फ रेप हुआ था बल्कि मेरे ही घर में मेरे साथ काफी बर्बरता हुई थी। मैं अपने बेड से उठ नहीं सकी। मैंने इसके बारे में अपने दोस्तों को बताया लेकिन, सभी ने मुझे इस हादसे को भूलकर आगे बढ़ने की सलाह दी।
विनता के मुताबिक, इसके बाद मेरी कंपनी बंद हो गई लेकिन मुझे एक चैनल के सीरयल को लिखने और डायरेक्ट करने का मौका मिला। लेकिन उस एक्टर ने ऐसा माहौल बना दिया मैंने सीरियल के प्रोड्यूसर से कहा कि मुझे डायरेक्टर नहीं बनना है। मैं इस शख्स के आस-पास नहीं रहना चाहती थी।
महिलाओं को सामने आकर शिकायत करने का हौसला मिला: मेनका गांधी
सोमवार को ‘#MeToo’ अभियान’ का उल्लेख करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा, ‘मैं आशा करती हूं कि यह इस तरह नियंत्रण से बाहर नहीं चला जाए कि हम उन लोगों को निशाना बनाएं जिनसे हमें परेशानी हुई हो। लेकिन मेरा मानना है कि यौन उत्पीड़न को लेकर महिलाएं आक्रोशित हैं।’ मेनका गांधी ने कहा कि '#MeToo' कैंपेन से महिलाओं को सामने आकर शिकायत करने का हौसला मिला।