संसद के मॉनसून सत्र के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। आज सुबह ही विपक्ष के 14 दलों के साथ कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने मुलाक़ात की थी। केंद्र सरकार के खिलाफ जहां कांग्रेस अन्य विपक्षी नेताओं को एकजुट करने का प्रयास कर रही है वहीं एनसीपी और भाजपा नेताओं के बीच नियमित बैठकें कई सवाल उठाती हैं। अब अमित शाह से शरद पवार की मुलाकात ने सियासी हलचलें तेज कर दी है।
हालाकि एनसीपी सुप्रीमो ने ट्वीट करते हुए कहा कि सबसे पहले मैंने अमित शाह को देश के पहले सहकारी मंत्री चुने जाने पर बधाई दी। हमने देश के वर्तमान चीनी परिदृश्य और अत्यधिक चीनी उत्पादन के कारण होने वाली समस्याओं पर चर्चा की।
उनके साथ नेशनल फेडरेशन ऑफ को-ऑपरेटिव सुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड के प्रसिडेंट जयप्रकाश डंडेगांवकर और प्रकाश नाइकनावरे भी मौजूद थे। शरद पवार ने कहा कि बैठक के दौरान हमने उनके ध्यान में एमएसपी और चीनी मिलों के परिसर के भीतर इथेनॉल निर्माण इकाइयों की स्थापना के लिए अनुमति जैसे दो सबसे आकस्मिक और गंभीर मुद्दों को रखा। हम उम्मीद करते हैं कि सहकारिता मंत्री की तरफ से इन मुद्दों पर यथाशीघ्र विचार किया जाएगा और इनका समाधान किया जाएगा।
एक दिन पहले सोमवार को एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले और सुनील तटकरे ने भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की थी। 17 जुलाई को एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की थी हालांकि उस समय शरद पवार ने उसे एक शिष्टाचार मुलाकात बताया था