शिरोमणी अकाली दल ने आज आवश्यक वस्तुओं में (संशोधन) 2020 का विरोध करते हुए कहा कि किसानों की पार्टी होने के नोत वह देश में खासकर पंजाब में अन्नदाता के हित के खिलाफ जाने वाली किसी भी चीज का समर्थन नही करेंगे।
शिरोमणी अकाली दल खासतौर पर किसानों का संगठन है। हर अकाली किसान है और हर किसान दिल से अकाली है। पार्टी ने हमेशा किसानों के हितों की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। बादल ने लोकसभा में कहा कि इस विरासत से समझौता नही किया जा सकता है चाहे हमें कितनी भी कीमत चुकानी पड़े।
सरदार बादल ने 10 मिनट के भाषण में कहा कि सरकार ने हितधारकों-किसान और उनके संगठनों को बोर्ड में नही लेने की गंभीर गलती की है। अध्यादेशों के बनने से पहले अकाली दल से सलाह नही ली गई, यह बताते हुए सरदार बादल ने कहा कि जबसे अध्यादेश जारी किए गए है, हम सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि इसे न दबाएं और इस विधेयक को न लाया जाए पर हमारी आवाज नही सुनी गई।
उन्होने कहा कि जब इन आर्डिनेंसों के बारे मंत्रिमंडल में चर्चा हुई थी तो पार्टी के प्रतिनिधी श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने इस पर एतराज उठाया था तथा किसानों की चिंता की बात की थी तथा अनुरोध किया था कि आर्डिनेंस रोक लिया जाए पर फिर भी आर्डिनेंस जारी कर दिए गए। उन्होने कहा कि हमें आशा थी कि सरकार इस बिल को पेश करते समय अपनी गलती सुधारेगी पर ऐसा नही हुआ।
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने सभी किसानों की भावनाओं की आवाज बुलंद करते हुए कहा कि इन आर्डिनेंसों तथा इन एक्ट को बदलने के लिए बिल का पंजाब पर सबसे ज्यादा गहरा असर होगा। उन्होने कहा कि पंजाब तथा हरियाणा ने अपने संशाधनों से सर्वोतम मंडीकरण बुनियादी ढ़ांचा बनाया है। यदि न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा किसानों की सुनिश्चित मंडीकरण खतरे में पड़ता है ता हम सब पर सबसे ज्यादा गलत प्रभाव पड़ेगा।
बादल ने एक किसान के साथ इस मामले पर हुई अपनी बातचीत सांझी करते हुए बताया कि मैंने एक किसान से पूछा कि तुम इन आर्डिनेंसों का विरोध क्यों कर रहे हो तो उसने इन आर्डिनेंसो ंकी तुलना जियो पहलकदमी से की। किसानों को खतरा है कि बहु राष्ट्रीय कंपनियों का एकाधिकार हो जाएगा। उन्होन कहा कि जैसे जियो ने मुकाबला खत्म किया तथा फिर अपनी मर्जी से दरें बढ़ाई हैं इस तरह से किसानों को भी बहुराष्ट्रीय कंपनियां लूट लेंगी यदि उनकी फसल की खरीद का प्रबंध उनके हवाले हो गया।
किसानों के हितों के लिए अपनी पार्टी के इतिहास को याद करते हुए कहा कि अकाली दल के संरक्षक सरदार परकाश सिंह बादल ने 16 साल जेलों में बिताए हैं तथा इसका मुख्य कारण यह था कि उन्होने किसानों के हित की लड़ाई लड़ी। उन्होने कहा कि देश के तीन महान किसान नेता पैदा किए हैं जिनमें एक सरदार परकाश सिंह बादल, एक चौधरी चरण सिंह तथा तीसरे चौधरी देवी लाल हैं। उन्होने कहा कि इसके लिए शिरोमणी अकाली दल सरदार परकाश सिंह बादल की विरासत के साथ ही चलेगा।