अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीन और भारत के सैनिकों के बीच हुई झड़प का मुद्दा लगातार गरमाता जा रहा है। इस पर विपक्ष सदन में चर्चा की मांग पर अड़ा है। इस मुद्दे पर विपक्ष ने सोमवार को राज्यसभा से वॉकआउट किया है।
दरअसल, भारत-चीन सीमा विवाद पर चर्चा करने के उनके नोटिस को अस्वीकार किए जाने के चलते संयुक्त विपक्ष ने राज्यसभा में वॉक आउट किया।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है। इस मुद्दे पर हम चर्चा नहीं करेंगे तो और किस बात को लेकर क्या चर्चा करेंगे? हम सदन में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि कांग्रेस द्वारा नॉर्थ ईस्ट नजरअंदाज करने की वजह से वो पीछे रहा। उन्होंने बांटो और राज करो नीति को अपना कर वहां कई समस्याओं को खड़ा किया। सभी का मानना है कि पीएम ने ही आज नॉर्थ ईस्ट को विकास के रास्ते पर लेकर जाने के लिए निष्ठापूर्वक काम किया है।
बता दें कि पिछले दिनों कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है, जबकि भारत सरकार सोई हुई है और खतरे को नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। अरुणाचल प्रदेश में हमारे जवानों को पीटा जा रहा है।
राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर बीजेपी ने शनिवार को तीखा हमला करते हुए कहा था कि कांग्रेस को उन्हें फौरन पार्टी से बाहर निकाल देना चाहिए। वहीं, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर चीन और पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया था। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने भी आरोप लगाते हुए कहा था राहुल गांधी न केवल भारतीय सेना का अपमान कर रहे हैं, बल्कि देश की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।