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जम्मू-कश्मीर की जनता अलगाववाद को करेगी परास्त, लंबे समय तक नहीं रहेगा केंद्रशासित प्रदेश: पीएम मोदी

मंगलवार को संसद ने जम्मू-कश्मीर को संविधान में आर्टिकल 370 के तहत मिले विशेषाधिकार को हटा लिया। साथ ही...
जम्मू-कश्मीर की जनता अलगाववाद को करेगी परास्त, लंबे समय तक नहीं रहेगा केंद्रशासित प्रदेश: पीएम मोदी

मंगलवार को संसद ने जम्मू-कश्मीर को संविधान में आर्टिकल 370 के तहत मिले विशेषाधिकार को हटा लिया। साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के रूप में बांटने वाले बिल को भी मंजूरी दे दी। पीएम मोदी गुरुवार को रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी को देश को 7 अगस्त को संबोधित करना था। लेकिन पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन के बाद इसे स्थगित करना पड़ा। 

पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर लद्दाख में नए युग की शुरुआत हुई है। अब सभी नागरिकों के हित समान हैं। सबके दायित्व समान होंगे। प्रत्येक देशवासी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। कई बार ये भाव आ जाता है कि कुछ बदलेगा नहीं, ऐसे ही चलेगा। आर्टिकल 370 के साथ भी ऐसा हुआ। हमारे बच्चों को जो हानि हो रही थी, उसकी चर्चा नहीं होती थी।

'पाकिस्तान द्वारा किया जा रहा शस्त्र की तरह इस्तेमाल'

अनुच्छेद 370 और 35ए ने भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं दिया। पाकिस्तान द्वारा एक शस्त्र की तरह इन अनुच्छेदों का इस्तेमाल किया जा रहा था। 42,000 निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। यहां विकास उस गति से नहीं हो पाया जिसका वह हकदार था।

'सभी कानून जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं होते थे'

पहले की सरकारें भी कानून बनाती थीं। वह एक हिस्से में लागू नहीं होती थीं। देश की पूरी आबादी के लिए बनने वाले कानून के लाभ से जम्मू-कश्मीर के डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोग वंचित रह जाते थे। जम्मू-कश्मीर के बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित थे। बेटियों के सारे हक बाकी राज्यों के मुकाबले नहीं मिलते थे।

बाकी राज्यों में सफाई कर्मचारी एक्ट लागू है लेकिन जम्मू-कश्मीर के सफाई कर्मचारियों को ये हक नहीं दिया गया था। अल्पसंख्यकों के हितों के लिए माइनॉरिटी एक्ट लागू है लेकिन जम्मू-कश्मीर में ऐसा नहीं था।मिनिमम वेजेज एक्ट जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं है। ये कागजों में लटका मिलता था। अन्य राज्यों में चुनाव लड़ते समय अनुसूचित जाति-जनजाति को आरक्षण का लाभ मिलता था लेकिन जम्मू-कश्मीर में ऐसा नहीं था।

'रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू होगी'

केंद्र सरकार की प्राथमिकता रहेगी कि राज्य के कर्मचारियों को, जिसमें पुलिस भी शामिल है, उन्हें दूसरे केंद्र शासित प्रदेशों की तरह सुविधाएं मिलें। राज्य के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू होगी। स्थानीय नौजवानों को रोजगार मिलेगा। पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। सेना में भर्तियों के लिए नौजवानों की रैलियां निकलेंगी। राजस्व घाटा वहां ज्यादा है। केंद्र सरकार सुनिश्चित करेगी कि इसका प्रभाव कम हो।

'स्थिति बेहतर होने पर नहीं रहेगा केंद्र शासित प्रदेश'

कुछ कालखंड के लिए जम्मू-कश्मीर को सीधे केंद्र सरकार के अधीन रखने का निर्णय सोच-समझकर लिया गया है। स्थिति बेहतर होने पर जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश नहीं रहेगा। योजनाओं को जमीन पर उतारा जा रहा है। पारदर्शिता लाने का प्रयास किया जा रहा है। कनेक्टिविटी से जुड़े प्रोजेक्ट हों, एयरपोर्ट का आधुनिकीकरण हो सभी को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।

'जनप्रतिनिधि आपके बीच से ही चुनकर जाएंगे'

मैं जम्मू- कश्मीर के लोगों को एक बार फिर स्पष्ट कर दूं कि आगे भी जनप्रतिनिधि आपके बीच से ही चुने जाएंगे। विधायक आपके बीच से ही होगा, सीएम आपके बीच से ही होगा। हम सभी यही चाहते हैं कि आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव हों, नई सरकार बने, मुख्यमंत्री बने। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को भरोसा देता हूं कि आपको बहुत ईमानदारी के साथ, पूरे पारदर्शी वातावरण में अपना प्रतिनिधि चुनने का अवसर मिलेगा।

'फिल्मों की शूटिेंग से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर'

दशकों के परिवारवाद ने मेरे युवाओं को नेतृत्व का अवसर ही नहीं दिया। अब वे इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। वहां की बहन-बेटियों से आग्रह करूंगा कि अपने क्षेत्र के विकास की कमान खुद संभालिए। पहले हर फिल्म के लोग जम्मू-कश्मीर में शूटिंग के लिए आते थे। लोग फिर से फिल्मों की शूटिंग के लिए आएंगे और रोजगार मिलेगा। मैं हिंदी, तमिल, तेलुगू और अन्य इंडस्ट्री से अपील करूंगा कि वे यहां आएं।

'यहां के प्रोडक्ट्स को देश-दुनिया में ले जाने की जरूरत'

टेक्नोलॉजी को ताकत मिलेगी। बीपीओ सेंटर, कॉमन सिविल सेंटर बढ़ेंगे तो लोगों का जीवन आसान होगा। रोजी-रोटी के अवसर बढ़ेंगे। स्पोर्ट्स की दुनिया में युवाओं की मदद होगी। नए स्पोर्ट्स स्टेडियम, ट्रेनिंग उन्हें दुनिया को अपना टैलेंट दिखाने का मौका देगी। केसर का रंग हो या कहवा का स्वाद, सेब का मीठापन हो या खुबानी का रसीलापन, कश्मीर शॉल हो या कलाकृतियां, लद्दाख के हर्बल मेडिसिन हों इसका प्रसार दुनिया भर में किया जाना चाहिए। लद्दाख का सोलो नाम का पौधा हाई अल्टीट्यूड में रहने वाले सुरक्षाबलों के लिए यह जीवनदायी का काम करता है। इसे दुनिया में बिकना चाहिए। देश के उद्यमियों, फूड सेक्टर के लोगों से आग्रह करूंगा कि वे इन प्रोडक्ट्स को दुनिया में ले जाने के लिए आगे आएं।

लद्दाख में स्पिरिचुअल टूरिज्म, एडवेंचर, ईको टूरिज्म बनने की क्षमता है। सोलर रेडियेशन में यहां की धरती अव्वल नंबर पर है। अच्छे संस्थान, अस्पताल मिलेंगे।

'फैसले पर मतभेद रखें लेकिन देशहित को सर्वोपरि रखें'

बहुत से लोग इस फैसले के समर्थन में हैं। बहुत से लोगों के मतभेद भी हैं। मैं मतभेद का सम्मान करता हूं और उनकी आपत्तियों का भी। जो बहस हो रही है उसका केंद्र सरकार जवाब देने का प्रयास कर रही है लेकिन वे देशहित को सर्वोपरि रखें। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को आगे ले जाने में सहयोग करें।

'जम्मू-कश्मीर, लद्दाख के लोगों की चिंता हमारी चिंता है'

हमें मिलकर काम करना है। हर देशवासी को कहना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख के लोगों की चिंता हमारी चिंता है। उनके सुख-दु:ख से हम अलग नहीं हो सकते। एहतियात के तौर पर कुछ कदम उठाने की जरूरत थी। जो परेशानी हो रही हैं वहां के लोग उनका सामना सहयोग देकर कर रहे हैं। जो लोग वहां हालात बिगाड़ना चाहते हैं, वहां के लोग इसका जवाब दे रहे हैं। हमें उन पर गर्व है। 

'ईद की शुभकामना'

जम्मू-कश्मीर के लोगों के हालात जल्द ही सामान्य हो जाएंगे। ईद नजदीक है। इसके लिए आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामना। जो साथी जम्मू-कश्मीर से बाहर रहते हैं और वापस घर जाना चाहते हैं उनकी सरकार मदद कर रही है। मैं अपने सुरक्षाबलों का भी आभार व्यक्त करता हूं। राज्य के कर्मचारी और पुलिस बल जिस तरह स्थिति को संभाल रहे हैं वह प्रशंसनीय है।

'विश्व शांति के प्रयासों को मिलेगी मदद'

बदलाव हो सकता है। लोगों का भला हो सकता है। बचपन से हम सुनते आ रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर हमारे देश का मुकुट है। इसकी रक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर के अनेक वीर बेटी-बेटियों ने अपना जीवन दांव पर लगाया है। मौलवी गुलामदीन ने 65 की लड़ाई में घुसपैठियों के बारे में सेना को बताया था। शहीद औरंगजेब ने अपनी जान गंवाई। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख का विकास पूरे भारत की आर्थिक प्रगति में सहयोग करेगा। इससे विश्व शांति के प्रयासों को मदद मिलेगी। आइए, हम सब मिलकर दुनिया को दिखा दें कि यहां के लोगों का हौसला कितना ज्यादा है। आइए, हम नए जम्मू-कश्मीर और नए लद्दाख का निर्माण करें।

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