असम में चांगसारी के अमीनगांव में नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी को जरूरी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। रैली में पीएम मोदी ने कहा कि हमें भारत के संसाधनों पर कब्जा करने के इरादे से घुसने वाले और अत्याचार के कारण अपना घर बार छोड़ने पर मजबूर लोगों का फर्क समझना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बिना जांच-पड़ताल और राज्य की सिफारिश के बिना किसी को नागरिकता नहीं दी जाएगी। यही नहीं, असम से भारत रत्न विजेता भूपेन हजारिका और गोपीनाथ बारदोलोई को दशकों तक सम्मान न मिलने पर उन्होंने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला बोला।
'36 साल पुरानी मांग मोदी सरकार पूरी करेगी'
पीएम मोदी ने कहा, 'जो दल, दलदल में डूबे हुए दल, महामिलावटी दल, भ्रम फैलाने में जुटे हैं उन्होंने 36 साल तक असम समझौते को लागू करने में ईमानदारी नहीं दिखाई। 36 साल हो गए हैं, कहां सो गए थे, कहां खो गए थे। जो लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए उनके साथ खड़े हैं उनका भी खुलासा करना चाहिए। इसलिए आपसे कहने आया हूं 36 साल पुरानी आपकी मांग मोदी सरकार पूरी करेगी।'
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर असम और उत्तर पूर्वी राज्यों में काफी समय से विवाद चल रहा है। एक दिन पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी के असम आगमन पर AASU कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को काले झंडे दिखाए और मोदी विरोधी लगाए थे।
'BC और AD यानी बिफोर कांग्रेस और आफ्टर डायनेस्टी'
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने भारत रत्न भूपेन हजारिका को भी याद किया। उन्होंने कहा, 'आखिर ऐसा क्यों रहा कि कुछ लोगों के लिए जन्म लेते ही उनके लिए भारत रत्न तय हो जाता था और देश के मान-सम्मान के लिए जिन्होंने जीवन लगा दिया, उनको सम्मानित करने के लिए दशक लग जाते थे। BC और AD यानी बिफोर कांग्रेस और आफ्टर डायनेस्टी का ही गौरवगान करने वालों से मैं आज यहां से पूछना चाहता हूं कि आखिर आपने भारत के सच्चे रत्नों को न पहचानने का कुटिल खेल दशकों तक क्यों खेला?'
पीएम मोदी ने कहा, 'दशकों की देरी हो गई भूपेन हजारिका को भारत रत्न देने में, हमें खुशी होती कि अगर वह जीवित होते और अपने हाथों से भारत रत्न लेते। इसके लिए जिम्मेदार कौन है, ये निर्णय आपको करना है। गोपीनाथ बारदोलोई की भी याद आ रही है। उन्हें भारत रत्न देने के लिए असम को दशकों तक अटल जी का इंतजार करना पड़ा था।'
'मेरी हर रैली पिछली रैली का रेकॉर्ड तोड़ देती है'
असम में रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी बोले, 'मैं पिछले काफी समय से देख रहा हूं कि हर रैली पिछली रैली का रेकॉर्ड तोड़ देती है।' उन्होंने कहा कि पहले यहां के अखबारों में यही देखने को मिलता था कि असम को विकास के मुद्दे पर नजरअंदाज किया जा रहा है लेकिन अब पहली बार रेल कनेक्टिविटी या हवाई कनेक्टिविटी या फिर कहीं रेल-रोड ब्रिज के लोकार्पण वाली खबरें आती हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार यहां की बरसों से लंबित पड़ी परियोजनाएं पूरी कर रही है। असम में पिछले 4.5 सालों में तेल और गैस क्षेत्र में 14,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 'पहले की सरकारों ने असम को करप्शन का सिस्टम का हिस्सा बना दिया था लेकिन भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले के साथ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। चौकीदार की चौकसी से भ्रष्टाचारी बौखलाएं हैं। मोदी को रोज नई गाली देते हैं। मोदी को कौन ज्यादा गाली दे सकता है इसी का कॉम्पिटीशन चल रहा है।'
'असम समझौते का क्लॉज 6 जल्द लागू किया जाएगा'
पीएम मोदी ने कहा, 'एनआरसी को अमल में लाने से पुरानी सरकारें बच रही थीं, उसमें हमने काम किया। तय समय पर प्रक्रिया पर काम होगा। मैं आप सभी से यह भी कहने आया हूं। नागरिकता से जुड़े कानून पर बहुत बड़ा भ्रम फैलाया जा रहा है। ऐसे लोगों को असम का मिजाज देखने की जरूरत है।'
उन्होंने कहा, 'असम और नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों की भाषा और हक की रक्षा करने के लिए बीजेपी सरकार प्रतिबद्ध है। असम समझौते के क्लॉज 6 को जल्द लागू किया जाएगा। इसके लिए हमारी सरकार द्वारा एक कमेटी भी बनाई जा चुकी है। यकीन है कि यह कमेटी आपकी भावनाओं, हितों और आशाओं का पूरा ख्याल करते हुए रिपोर्ट करेगी।'