प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रियों और सचिवों से कहा है कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) द्वारा साझा की गई किसी भी जानकारी को नजअंदाज करें।
पीएम मोदी ने इस बात पर जोर देते हुए कहा, “कोई भी नीति बनाते समय, उसे भारत के रणनीतिक दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता है।”
बैठक के दौरान में पीएम मोदी ने यह भी रेखांकित किया कि नीति निर्माण की प्रक्रिया गतिशील है और इसे बदलते समय के साथ संशोधित करने की आवश्यकता है। उन्होंने बैठक में यह भी कहा कि नीतियों को बनाने और लागू करने में आत्मसंतुष्ट होने की प्रवृत्ति है से बचा जाना चाहिए। नीतियों को बदलते समय के साथ अनुकूलित किया जाना चाहिए।
शुक्रवार को हुई मंत्रिपरिषद बैठक में मंत्रियो सहित केंद्र के विभिन्न सचिवों ने भी भाग लिया। जिसमें पीएम मोदी ने दवाओं के निर्माण के लिए उपयोग किए जाने वाले इंपोर्टेड एक्टिव फार्मास्युटिकल सामग्री (एपीआई) पर निर्भरता को कम करने पर प्रकाश डाला गया।
प्रधान मंत्री मोदी के निर्देश पर, डिप्टी एनएसए विक्रम मिश्री ने सचिवालय के बारे में मंत्रियों को अवगत कराने के लिए एक प्रेजेंटेशन दिया। मिश्री ने अपने प्रेजेंटेशन में दुनिया भर में हो रहे बदलावों, खासकर यूरोप, रूस और अमेरिका में और भारत पर उनके प्रभाव के बारे में जानकारी साझा की।