चारा घोटाला मामले के तीसरे केस में भी आज रांची की सीबीआई कोर्ट द्वारा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव को दोषी करार दिए जाने के बाद सियासत तेज हो गई है। कोर्ट ने बिहार के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री राजद सुप्रीमो लालू यादव और जगन्नाथ मिश्रा को पांच साल की सश्रम सजा सुनाने के साथ ही 5-5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है।
लालू को इस केस में दोषी करार दिए जाने को राजद ने साजिश करार दिया है। जहां एक ओर राजद का कहना है कि वो इसके खिलाफ अब ऊपरी अदालत में जाएंगे, तो वहीं भाजपा और जदयू ने इस पर जमकर तंज कसा है।
सीएम नीतीश और भाजपा पर आरोप
तेजस्वी यादव, रघुवंश प्रसाद सिंह और शक्ति सिंह यादव ने भाजपा और जदयू पर आरोप लगाया और कहा है कि सबने मिलकर लालू को फंसाया है। इन सबका कहना है कि एनडीए चाहती है कि हर हाल में लोकसभा चुनाव के साथ ही, बिहार विधानसभा का भी चुनाव हो जाए तब तक लालू को तमाम तरह के आरोप लगाकर जेल में बंद रखो।
फैसला आने से पहले राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने सीबीआई पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा की सीबीआई अपने राजनीतिक आका के लिए नेताओं को फसाती है।
इस फैसले के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू जी को फंसाने में आरएसएस और बीजेपी के साथ सबसे बड़ी भूमिका नीतीश कुमार ने निभाई है। तेजस्वी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा है कि नैतिक भ्रष्टाचार के पितामाह के कैबिनेट में 75 फीसदी भ्रष्ट लोग हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश की सरकार में कानून व्यवस्था बिगड़ गई है।
People know how BJP,RSS and more importantly Nitish Kumar have conspired against Lalu ji. We will approach higher courts against all these verdicts: Tejashwi Yadav on Lalu Yadav convicted in third fodder scam case pic.twitter.com/z8vnudcSBe
— ANI (@ANI) January 24, 2018
सीएम नीतीश कुमार ने कहा..
इस मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि ये न्यायालय का मामला है इसमें कोई क्या कर सकता है। हम लोग इस मामले में राजनीती नहीं करते। उन्होंने कहा कि हम अपना काम करते हैं और बिहार के विकास की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी तरह का कोई समझौता नहीं कर सकते। भ्रष्टाचार और न्याय के साथ विकास हमारा नारा है और हम इस पर मरते दम तक कायम रहेंगे। नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के उस बयान पर तंज कसा, जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार और भाजपा पर साजिश कर लालू यादव को जेल भेजने का आरोप लगाया था और कहा था कि इन लोगों ने मिलकर साजिश रची, जिससे लालू किसी तरह चुनाव से पहले जेल से ना निकलें।
जदयू और भाजपा पर दोष क्यों
जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा, तेजस्वी यादव ने कहा है कि ये जदयू और भाजपा की साजिश है तो ऐसा कहकर वो अपनी नादानी जाहिर कर रहे हैं और कुछ नहीं। ऐसा कहने पर उनका संकट और बढ़ ही सकता है। क्या न्यायालय जदयू या भाजपा के कार्यालय से चलती है, जिसने भी सरकारी खजाने का दुरुपयोग किया और उसका खुलासा हुआ तभी तो सजा मिल रही है।
लालू को सजा मिलने के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि ये तो कोई नई बात या आश्चर्यजनक नहीं, ये तो होना ही था। राजद के लोग जो विलाप कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि यह भाजपा और नीतीश कुमार की साजिश है तो उन्हें सोचना चाहिए कि चारा घोटाला करने के लिए किसने कहा था?
Its nothing surprising, it was expected. The statements coming from RJD are unfortunate, do they mean to say the judge is conspiring with BJP and Nitish ji?: Sushil Modi,Bihar Deputy CM on Lalu Yadav convicted in third fodder scam case pic.twitter.com/NrTlXvpybB
— ANI (@ANI) January 24, 2018
वहीं, जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि इतने भ्रष्टाचार करने के बाद भी उनके पुत्र को लालू हीरो नजर आते हैं। हां, लालू भ्रष्टाचार के हीरो जरूर हैं। तेजस्वी को तो अपने ऊपर लगे काले दाग को मिटाने की कोशिश करनी चाहिए। वो तो अपनी संपत्ति जनता को बता दें। बार-बार ये कहते हैं कि जनता के नेता हैं। जनता को धोखा देकर ऐसा कहने में उन्हें खराब भी नहीं लगता।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि चारा घोटाला हजार करोड़ से भी ज्यादा राशि के गबन का मामला है जो गरीब जनता और खासकर पिछड़े पशुपालकों की गाढ़ी कमाई के पैसे हड़पने से जुड़ा है। ये बात जरुर है की लालू प्रसाद के शासन में भ्रष्टाचार और चारा घोटाले जैसे आर्थिक घोटालों के खिलाफ भाजपा ने बिहार व देश की जनता के बीच आन्दोलन कर मामले को उजागर करने व जनजागृति फैलाने का काम किया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी बिहार के भ्रष्टाचार रहित विकास के प्रति दृढ़संकल्पित है और हमेशा रहेगी।
कोर्ट ने सुनाई सजा
गौरतलब है कि चारा घोटाले के चाईबासा कोषागार मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और जगन्नाथ मिश्रा को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने बुधवार को पांच-पांच साल की सजा सुनाई है। साथ ही, दोनों पर कोर्ट ने पांच-पांच लाख का जुर्माना भी लगाया है। आज सुबह कोर्ट ने बिहार के दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को इस मामले में दोषी करार दिया था।