केरल, खासकर उत्तरी कन्नूर जिले में भाजपा-आरएसएस के अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने के बीच सत्तारूढ़ माकपा के कार्यकर्ताओं के साथ उनका टकराव भी बढ़ा है और इन टकरावों में सैकड़ों जाने जा चुकी है जिनमें सर्वाधिक संख्या संघ-भाजपा कार्यकर्ताओं की है। केरल की इन घटनाओं ने माकपा शासन के दौर के बंगाल की यादें ताजा कर दी हैं जब राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हिंसा आम बात थी। केरल में हिंसा की इन घटनाओं के लिए दोनों दल एक दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं।