केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) के अतिरिक्त निदेशक राकेश अस्थाना को जांच एजेंसी के विशेष निदेशक बनाए जाने के प्रस्ताव को जहां रविवार को मंजूरी दी गई। वहीं, नियुक्ति को लेकर आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और देश के जाने माने वकील प्रशांत भूषण ने सोमवार को इस फैसले पर हमला बोला है।
स्वराज इंडिया के नेता प्रशात भूषण ने राकेश अस्थाना की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि सीबीआइ के अतिरिक्त निदेशक राकेश अस्थाना का नाम स्टर्लिंग बायोटेक की डायरी में है, जिस पर सीबीआइ ने खुद एफआइआर दर्ज की है। इसके बावजूद सरकार ने उन्हें इनाम दे डाला। बावजूद इसके केंद्र सरकार ने उनका नाम न केवल आगे किया, बल्कि नियुक्ति के प्रस्ताव को मंदूरी भी दे दी है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, प्रशांत भूषण ने कहा कि यह फैसला दर्शाता है कि केंद्र में सत्तासीन भाजपा सरकार सीबीआइ की स्वायत्तता को नष्ट कर रही है। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरा विचार है यह पूरी तरह गैरकानूनी है और इस निर्णय को चुनौती दी जाएगी।
Shows present govt is hell bent on destroying independence&integrity of CBI:Prashant Bhushan on appointment of Rakesh Asthana as Spl Dir,CBI pic.twitter.com/Bcj6h8yNBP
— ANI (@ANI) October 23, 2017
Rakesh Asthana's name figures in diary of Sterling Biotech, on which CBI itself has registered an FIR: Prashant Bhushan pic.twitter.com/U9cwpyYXHC
— ANI (@ANI) October 23, 2017
In my view this is totally illegal and we will certainly challenge it: Prashant Bhushan on appointment of Rakesh Asthana as Spl Dir,CBI pic.twitter.com/ZFGLxbcbJO
— ANI (@ANI) October 23, 2017
बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) के अतिरिक्त निदेशक राकेश अस्थाना को इस प्रमुख जांच एजेंसी के विशेष निदेशक के तौर पर नियुक्त किए जाने के प्रस्ताव को सोमवार को मंजूरी दी गई। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने न सिर्फ सीबीआइ बल्कि आइबी, बीएसएफ और एनआइ सीएफएस में आठ अधिकारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।