महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के घर पर गुरुवार को कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई। बैठक के बाद कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा कि एनसीपी-कांग्रेस के बीच सभी मुद्दों पर चर्चा के बाद आम सहमति बन गई है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को मुंबई में एक बार चुनाव पूर्व गठबंधन के सहयोगियों से चर्चा की जाएगी। इसके बाद एनसीपी और कांग्रेस मिलकर शिवसेना से बातचीत करेगी और सहमति बनने पर हम गठबंधन के स्वरूप के बारे में बताएंगे।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने गुरुवार को दावा किया कि महाराष्ट्र में 1 दिसंबर से पहले सरकार बनाने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने की मंजूरी दे दी है। तीनों दलों के विधायकों के समर्थन की चिट्ठी शनिवार को राज्यपाल को सौंपेंगे। फिलहाल उनसे मुलाकात का समय मांगा जाएगा।
निरूपम बोले- भागीदारी करना, पार्टी को दफनाने के समान
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने राज्य में शिवसेना के साथ सरकार गठन को लेकर पार्टी को सावधानी बरतने को कहा है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के साथ गठबंधन में तीसरे स्थान पर भागीदारी करना कांग्रेस पार्टी को दफनाने के समान है।
तीन घंटे चली एनसीपी-कांग्रेस नेताओं की बैठक
दिल्ली में महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बुधवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर कांग्रेस और एनसीपी नेताओं के बीच करीब तीन घंटे बैठक चली। इसके बाद कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा, 'कांग्रेस-एनसीपी के बीच लंबी और सकारात्मक बातचीत हुई। मुझे उम्मीद है कि हम लोग जल्द ही राज्य में एक स्थिर सरकार बनाने में सफल होंगे।'
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और एनसीपी नेता गुरुवार को फिर से अपने-अपने नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद हम दोपहर में मिलेंगे और सारी शर्तों को पूरा करेंगे। इसके बाद 22 नवंबर को महाराष्ट्र के तमाम नेताओं से मुंबई में मुलाकात करेंगे।’ बैठक में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, के.सी. वेणुगोपाल, अहमद पटेल, जयराम रमेश और नसीम खान ने हिस्सा लिया। वहीं, एनसीपी की तरफ से शरद पवार, सुप्रिया सुले, अजित पवार और सुनील तटकरे समेत अन्य नेता भी मौजूद थे।
शिवसेना ने विधायकों को बुलाया
बुधवार को शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तर ने बताया कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सभी विधायकों को आधार कार्ड के साथ 22 नवंबर को मातोश्री में बुलाया है। सभी विधायकों को पांच दिनों के लिए कपड़े लेकर आने को कहा गया है।