राजस्थान में लगभग एक महीने से जारी सियासी खींचतान के बाद अब गहलोत सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। बता दें कि विधानसभा का विशेष सत्र शुक्रवार को शुरू हुआ। अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने सत्र के दौरान विश्वास प्रस्ताव रखा। वहीं, मुख्य विपक्षी दल भाजपा, जिसने अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा की थी, अब यू-टर्न ले लिया है। भाजपा अब भाजपा गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी। विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि सत्य की जीत होगी।
04: 00PM- अशोक गहलोत ने विश्वास मत हासिल किया।
02 :55PM नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया: अगर हम सरकार को गिराना चाहते तो हम अविश्वास प्रस्ताव लाते।
2:53PM सीपीएम विधायक बलवान पुनिया: मैं विश्वास प्रस्ताव का समर्थन करता हूं। मैं चाहता हूं कि सरकार अपने काम पर केंद्रित रहे और इसे अस्थिर करने के प्रयासों से विचलित न हो।
1:56 PM: पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपनी सीट में हुए बदलाव के बारे कहा कि उनकी सीट बदल दी गई है क्योंकि वह पहले सदन में वहां बैठते थे जहां प्रोटोकॉल और सरकार के संरक्षण में मंत्री बैठते थे। अब वह एक नियमित विधायक के रूप में बैठे हैं जिसका कर्तव्य अपनी सरकार के लिए लड़ना है। उन्होंने कहा कि जो लोग पिछले महीने में क्या हुआ, इस बारे में सवाल उठा रहे हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं- हमने अपने परिवार के भीतर कुछ मुद्दों को उठाया, हमने इसे आपस में सुलझा लिया। मैं अपनी सरकार की रक्षा के लिए, सड़कों पर भी लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध हूं।
1:51 PM: राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राज्य एक के बाद एक समस्याओं से जूझ रहा है। कोरोना संकट, टिड्डियां, बढ़ते अपराध, वित्तीय समस्याएं, किसानों पर कर्ज का बोझ, लेकिन सरकार अपनी समस्याओं के साथ व्यस्त है। राठौड़ ने कहा कि जिस दिन से ये लोग सत्ता में आए हैं, आपस में लड़ रहे हैं। सीएम को यह कहते हुए सुना गया कि 18 महीने तक उन्होंने अपने डिप्टी से बात नहीं की थी। राठौड़ ने कहा कि एक सरकार जो बीच में बंट गई है, अब उसपर (भाजपा) आरोप लगाने की कोशिश कर रही है।
1:49 PM: राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि शांति भंग सीएम के इशारे पर नहीं बल्कि उनके आलाकमान के आदेश पर हुई। यह नहीं चलेगा।
1:45 PM: विधानसभा में बहस शुरू करते हुए भाजपा राजेंद्र राठौड़ ने कहा, “एक महीने से, राजस्थान के लोग इस राजनीतिक सर्कस को असहाय रूप से देख रहे हैं। कांग्रेस सरकार की दुर्दशा का खामियाजा जनता भुगत रही है।”
1:32 PM: कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल ने विधानसभा में अपना भाषण समाप्त किया और कहा कि उन्हें अपनी सरकार के बहुमत पर भरोसा है।
1:30 PM: धारीवाल ने कहा कि राजस्थान में, बीजेपी ने अपने लोकप्रिय नेताओं के साथ रहने के बजाय दूसरे प्रमुख नेताओं को आगे बढ़ाने का फैसला किया। अब ये तो फेल होंगे ही।
1:29 PM: धारीवाल ने कहा कि इन लोगों को संविधान या संवैधानिक कार्यालय के लिए कोई सम्मान नहीं है। ये वे लोग हैं जो राष्ट्रपति को आधी रात को जगाते हैं और उन्हें महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन वापस लेने के लिए कहते हैं ताकि फडणवीस को शपथ दिलाई जा सके। जिस दिन फडणवीस ने इस्तीफा दिया, उसी दिन छोटा भाई और मोटा भाई को भी इस्तीफा दे देना चाहिए था लेकिन इन लोगों का स्वाभिमान नहीं है।
1:23 PM: राजस्थान विधानसभा में धारीवाल ने कहा कि अशोक गहलोत ने भाजपा को सबक सिखाया।
1:21 PM: संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि अमित शाह आपको माफ नहीं करेंगे। वह जवाब मांगेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी का अपना घर क्रम में नहीं है और वे हमारे ऊपर आरोप लगाते हैं। बीजेपी में तीन नेता सीएम बनने की होड़ में थे, जबकि उनके पूर्व सीएम चुप थे। अब अमित शाह उनसे पूछेंगे, इतना पैसा खर्चा कर दिया, अब हसाब तो दे दे।
1:20 PM: बहस के दौरान शांति धारीवाल बीजेपी पर खरीद-फरोख्त के आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा अकबर बाकी जगहों पर जीतकर जब राजस्थान आया तो महाराणा प्रताप ने उन्हें नाकों चने चबया दिए थे। ऐसे ही जब बीजेपी गोवा, कर्नाटक की सरकार गिराकर राजस्थान में आई तो यहां वीर सपूतों ने उसके इरादे विफल कर दिए।
1:17 PM: संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि अमित शाह आपको माफ नहीं करेंगे। वह जवाब मांगेंगे। शांति धारीवाल ने कहा कि जिस तरह से महाराणा प्रताप ने विरोधियों को हराया, उसी तरह अशोक गहलोत ने हराया। राजस्थान में ना किसी शाह की चली, ना तानाशाही की चली।
1:07 PM: करीब दो घंटे स्थगित रहने के बाद विधानसभा सत्र फिर शुरू हो गया है। सदन की कारवाही फिर से शुरू हो गई है। संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने विधानसभा में कहा कि यह सदन मंत्री परिषद और सरकार में विश्वास प्रकट करता है। इस तरह से सदन में विश्वास मत रख दिया गया है।
12:28 PM: विधानसभा सत्र के एजेंडे पर चर्चा करने के लिए 3 बजे विधानसभा की व्यावसायिक सलाहकार समिति बैठक करेगी।
12:27 PM: कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने स्पीकर महेश जोशी को नोटिस देकर सरकार की ओर से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है।
12:26 PM: भाजपा गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी।
11:25 AM: विधानसभा का सत्र दोपहर 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
11:15 AM: राजस्थान के मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, "हम विश्वास का वोट ला रहे हैं, यह हमेशा पहले नंबर पर आता है। हमारे पास बड़ा बहुमत है।"
11:10 AM: राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू।
11:02 AM: सत्र शुरू होने से पहले सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि जैसा कि आज से विधानसभा सत्र शुरू होगा। यह राजस्थान के लोगों और हमारे कांग्रेस विधायकों की एकता की जीत होगी, यह सत्य की जीत होगी, सत्यमेव जयते।
सत्र शुरू होने से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कांग्रेस में विलय कर चुके अपने 6 विधायकों को व्हिप जारी किया है। बसपा ने व्हिप में विधायकों से विश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस के खिलाफ वोट करने को कहा है। बीएसपी की ओर से व्हिप में कहा गया कि अगर विधायक व्हिप नहीं मानेंगे तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बसपा के 6 विधायकों का कांग्रेस में विलय का मामला राजस्थान हाईकोर्ट में लंबित है।
विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले गुरुवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक हुई। इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण घटना पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात रही। लगभग एक महीने की सियासी खींचतान का एक तरह से अंत करते हुए दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री निवास में मुलाकात की।
इसके बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई जिसमें पायलट व 18 अन्य विधायक भी शामिल हुए। बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की। बैठक में मौजूद रहे पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा,' कांग्रेस विश्वास प्रस्ताव लाएगी। हमने इसके लिए विधानसभा सचिवालय को अर्जी दी है। विधानसभा की कार्य संचालन समिति इस बारे में कोई फैसला लेगी।'
वहीं, गहलोत ने विधायक दल की बैठक में विधायकों से पिछले महीने भर में हुई बातों को भूलकर आगे बढ़ने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी विधायकों की शिकायतें दूर होंगी। सीएलपी मीटिंग के बाद के. सी. वेणुगोपाल ने कहा, सबकुछ अच्छे से हो गया। अब कांग्रेस परिवार एक साथ है, हम मिलकर भाजपा की गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ेंगे। कल विधानसभा में कांग्रेस पार्टी एकजुटता से खड़ी होगी।
इससे पहले भाजपा की विधायक दल में पार्टी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।
कटारिया ने कहा, 'हम अपनी तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं। हमने अपने प्रस्ताव में उन सारे बिंदुओं को लिया है जो आज राजस्थान में ज्वलंत हैं।' इससे पहले सुबह मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट किया, 'हमें फॉरगेट एन्ड फॉरगिव, आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो की भावना के साथ लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में लगना है।'
इसके बाद कांग्रेस के कांग्रेस ने गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले विधायक विश्वेंद्र सिंह तथा भंवर लाल शर्मा का निलंबन बृहस्पतिवार को रद्द कर दिया। संगठन महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने ट्वीट कर कहा कि व्यापक विचार विमर्श के बाद इन दोनों विधायकों का निलंबन रद्द किया गया है। शाम को पायलट मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और मुख्यमंत्री गहलोत से मिले। बैठक में गहलोत व पायलट के साथ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे व पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे।इसके बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री निवास में हुई जिसमें गहलोत, पायलट के साथ साथ कांग्रेस व उसके समर्थक विधायक भी शामिल हुए।