कांग्रेस ने हरियाणा की जींद विधानसभा सीट के उपचुनाव में पार्टी के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला को अपना उम्मीदवार बनाया है। सुरजेवाला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के प्रमुख हैं और वर्तमान में कैथल से विधायक भी हैं।
माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे जींद उपचुनाव को कांग्रेस नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है, इसलिए अपने एक बड़े चेहरे को मैदान में उतारने का फैसला किया। पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी बयान के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुरजेवाला की उम्मीदवारी को मंजूरी दी है।
हरियाणा कैबिनेट में रह चुके हैं मंत्री
रणदीप सुरजेवाला साल 2005 में हरियाणा कैबिनेट में मंत्री बनें थे। उस कैबिनेट में ये सबसे कम उम्र के मंत्री थे। सुरजेवाला ने हरियाणा कैबिनेट में नागरिक उड्डयन, पीडब्ल्यूडी, आईटी, जल आपूर्ती, विज्ञान और तकनीकी जैसे मंत्रालय संभाले हैं। रणदीप सुरजेवाला ने अपना सियासी सफर 1993 में उपचुनाव जीतकर किया था। सुरजेवाला ने अपने करियर में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को दो बार साल 1996 और 2005 में हराया,जो कि सुरजेवाला की ऐतिहासिक जीत मानी जाती है।
मिड्ढा के निधन के बाद हो रहा है उपचुनाव
गौरतलब है कि जींद सीट से विधायक हरिचंद मिड्ढा के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है। मिड्ढा ने इनेलो के टिकट पर 2014 का चुनाव जीता था। लंबी बीमारी के चलते पिछले साल अगस्त में उनका निधन हो गया था। जींद में 28 जनवरी को मतदान है और 31 जनवरी को नतीजे आएंगे। बृहस्पतिवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है। अब सुरजेवाला के मैदान में उतर जाने से जींद उपचुनाव रोचक हो गया है। इससे पहले कलायत से निर्दलीय विधायक जयप्रकाश के बेटे विकास सहारण को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था। दूसरी ओर, भाजपा ने इंडियन नैशनल लोक दल (आईएनएलडी) के दिवंगत विधायक हरि चंद मिड्ढा के पुत्र कृष्ण मिड्ढा को जींद उपचुनाव के लिए पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है। हालांकि इनेलो व जजपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।