वेलिंगकर ने कहा है कि संगठन कोंकणी और मराठी भाषाओं के विकास के लिए कार्यक्रम तैयार करेगा। कार्यक्रम में मातृभाषा बोलने वाली महिलाओं को भी भारतीय भाषा सुरक्षा मंच (बीबीएसएम) के बैनर तले जोड़ा जाएगा। यह संगठन पूर्व में भी क्षेत्रीय भाषाओं के विकास की मांग करता रहा है और प्रदेश के अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को सरकारी अनुदान देने का विरोधी रहा है। मातृभाषा को बढ़ावा देने की मांग को लेकर ही संगठन का राज्य की भाजपा सरकार से टकराव है।
वेलिंगकर के अनुसार मातृभाषा को महत्व देने के अभियान से वह देशभर की महिलाओं को जोड़ेंगे। गणोश पूजा पर गोवा पहुंचे रक्षा मंत्री मनोहर र्पीकर ने आशा जताई थी कि जल्द ही बीबीएसएम और भाजपा के बीच का गतिरोध खत्म हो जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा।
वेलिंगकर ने कहा, पर्रिकर की ओर से बीबीएसएम को अभी तक कोई संदेश नहीं मिला है। जब तक अंग्रेजी स्कूलों को अनुदान बंद करने की मांग नहीं मानी जाती, तब तक भाजपा से हमारी कोई बातचीत नहीं होगी। उन्होंने गतिरोध दूर होने की संभावना को बेकार की कवायद बताया। उल्लेखनीय है कि बीबीएसएम ने अगले साल होने वाले राय विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ प्रत्याशी खड़े करने के संकेत दिए हैं। भाषा एजेंसी