जम्मू और कश्मीर में पैदा हुए सियासी संकट के बीच राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब पीपुल्स कान्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने शुक्रवार को पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके महागठबंधन बनाने का मकसद हमारी पार्टी के नेतृत्व वाले ‘तीसरे मोर्चे’ को सत्ता से बाहर रखना है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, लोन ने पीडीपी छोड़कर आये इमरान अंसारी के साथ संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि पीडीपी और नेशनल कान्फ्रेंस ने जम्मू कश्मीर को अपनी जागीर समझ रखा है और वे कभी किसी अन्य संगठन को उभरने नहीं देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के साथ गठजोड़ करने पर मुझ पर सवाल खड़ा किया गया है। यह कोई अपराध नहीं है। भाजपा के साथ जुड़ने की प्रक्रिया उमर अब्दुल्ला के समय से शुरू हो गयी थी जो वाजपेयी सरकार के पोस्टर ब्वॉय थे।’’
लोन ने कहा, ‘‘महबूबा जी के बारे में क्या कहें, वह केवल भाजपा की मदद से तीन साल सत्ता में रहीं।’’
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने राज्य विधानसभा को बुधवार रात को अचानक से भंग कर दिया था। कुछ घंटे पहले ही पीडीपी ने कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस की मदद से सरकार बनाने का दावा पेश किया था। उधर दो सदस्यों वाली पीपुल्स कान्फ्रेंस ने भाजपा का और अन्य दलों के 18 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया।
हवाई यात्रा के बीच में से वॉट्सएप संदेश के माध्यम से अपने दावे का पत्र भेजने वाले लोन ने पीडीपी अध्यक्ष को सदन में बहुमत साबित करने की चुनौती दी।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर मुझे मौका दिया जाता तो बहुमत साबित कर लेता।’’