फ्रांस में राफेल विमान की शस्त्र पूजा को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने अपने ही पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर निशाना साधा है। मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर संजय निरुपम ने कहा कि शस्त्र पूजा कोई अंधविश्वास नहीं है। यह हमारी परंपरा का प्रतीक रहा है। दिक्कत यह है कि खड़गे नास्तिक हैं इसलिए उन्हें यह तमाशा लगता है। कांग्रेस में हर कोई नास्तिक नहीं है।
दरअसल, खड़गे ने बुधवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने इतना दिखावा नहीं किया था जब उस समय सरकार बोफोर्स गन लेकर आई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को करीब 30 मिनट कर राफेल में उड़ान भरने से पहले उसकी शस्त्र पूजा की। उन्होंने राफेल पर 'ऊं' लिखा और रक्षा सूत्र भी विमान पर बांधा था।
मीटिंग में मेरा मजाक उड़ाकर चले गएः निरूपम
इससे पहले संजय निरुपम ने सोमवार को भी पार्टी के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को घेरा था। उन्होंने कहा था, 'महान नेता खड़गे ने रविवार को चुनाव की रणनीति बनाने के लिए मीटिंग बुलाई जो 15 मिनट में खत्म हो गई। बैठक में किसी को बोलने नहीं दिया गया। मीटिंग में वो खुद बोले और मेरा मजाक उड़ाकर चले गए।‘ बगावती तेवर अपना चुके संजय निरुपम ने आगे कहा कि दुर्भावना से ग्रस्त ऐसे महान रणनीतिकार कांग्रेस को बचाएंगे या निपटाएंगे?
क्या कहा था खड़गे ने
वहीं, मीटिंग में खड़गे ने पार्टी नेताओं को चेताया था। उन्होंने कहा था कि मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट के बाद एक्शन लिया जाएगा। वहीं, कांग्रेस स्टार प्रचारकों की सूची में मिलिंद देवड़ा और संजय निरुपम का नाम नहीं शामिल किए जाने के सवाल पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, 'हमने स्टार प्रचारकों की सूची से किसी का नाम नहीं हटाया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुताबिक स्टार प्रचारकों की सूची तैयार की गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट के बाद मामले में एक्शन लिया जाएगा।'
महाराष्ट्र में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस में घमासान छिड़ा हुआ है। संजय निरुपम ने बगावती तेवर अख्तियर कर लिए हैं। इसके अलावा कांग्रेस के कुछ और नेता भी इस बात से नाराज चल रहे हैं कि उनको पार्टी में तवज्जो नहीं दी जा रही है।