आगामी लोकसभा चुनावों में अब कुछ ही महीने शेष बचे हैं। ऐसे में कांग्रेस पूरे देश में गैर-बीजेपी दलों को साथ लाकर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश में जुटी हुई है। इन सबके बीच दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने राजधानी में आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन की संभावनाओं को खारिज तो नहीं किया लेकिन इतना जरूर कहा कि पार्टी हाईकमान का जो भी फैसला होगा वह सभी को मान्य होगा।
हाईकमान चाहेगा तो हमें मंजूर: शीला दीक्षित
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने मीडिया द्वारा पूछे गए आम आदमी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर कहा है कि अगर पार्टी हाईकमान ऐसा कोई फैसला करता है तो वह इसे स्वीकार करेंगे।
शीला दीक्षित का यह बयान काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि अब तक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने वाले अजय माकन ‘आप’ से गठबंधन के सवालों और संभावनाओं को सिरे से खारिज करते रहे हैं।
किसान रैली में साथ नजर आए थे गैर बीजेपी दल
हालांकि, बीते दिनों दिल्ली में आयोजित किसान रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल एक ही मंच पर नजर आए थे। राहुल और केजरीवाल के अलावा दूसरे गैर-बीजेपी दलों के नेता भी यहां मौजूद रहे थे।
इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर बुलाए एक विरोध प्रदर्शन के दौरान अरविंद केजरीवाल के मंच पर रहने तक राहुल गांधी वहां नहीं पहुंचे थे, जिससे आम आदमी पार्टी में विरोधी स्वर सुनाई दिए थे।
इसलिए अहम माना जा रहा है शीला का ये बयान
अब जबकि कांग्रेस पार्टी तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में जीत से जोश में है और राहुल गांधी हर सार्वजनिक मंच से 2019 में बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता को निश्चित बता रहे हैं, ऐसे में राहुल की करीबी और वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित का यह बयान दिल्ली के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है।