गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) प्रणाली को लागू होने में अब एक सप्ताह से भी कम दिन बचे हैं। केंद्र सरकार की इस प्रणाली को लागू करने को लेकर आए दिन राजनीतिक पार्टियां और आमजन विरोध कर रहे हैं। ऐसे में माकपा ने भी जीएसटी को लेकर यह सवाल उठाया कि केंद्र सरकार को आखिर इस नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को लागू करने की इतनी भी क्या जल्दी है?
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्विट कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने मई 2014 तक इस प्रणाली का विरोध किया था। येचुरी ने ट्वीट कर कहा कि व्यवस्था को ठीक तरह से तैयार करने से पहले जीएसटी को लागू करने की ऐसी भी क्या जल्दी है जबकि कई साल तक भाजपा, विशेषकर गुजरात के मुख्यमंत्री इसका विरोध करते रहे।
Why this unseemly hurry with GST before putting systems in place? After all, BJP opposed it for several years, especially then CM, Gujarat. pic.twitter.com/Hv5AJf5N3P
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) 26 June 2017
गौरतलब है कि आगामी 1 जुलाई से देशभर में लागू होने वाली जीएसटी प्रणाली ने लोगों के मन में कई तरह की शंकाएं और चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि जीएसटी लागू होने के बाद आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ने से जुड़ी चिंताओं का निराकरण करते हुए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को जीएसटी आधारित एक कार्यक्रम में साफ किया कि जो वस्तुएं पहले से कर दायरे में हैं उन पर किसी तरह की नई दर से कर नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों और व्यापारियों के लिए इस कानून की अलग-अलग व्याख्या नहीं है। यह सबके लिए समान है और आवश्यक वस्तुओं के दाम जीएसटी के बाद नहीं बढ़ेंगे।