नीतीश कुमार ने इस पर कहा है कि 5 नवंबर के कार्यक्रम में लखनऊ जाना मुश्किल है क्योंकि छठ पर्व बिहार में मनाया जा रहा है और खुद उनके घर में भी यह पूजा होती है। 5 नवंबर को खरना भी है। इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने तीन दिन पहले नीतीश कुमार को इसी कार्यक्रम के लिए आमंत्रण भेजा था।
सूत्रों के मुताबिक जनता दल यूनाइटेड के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी के सांसद शरद यादव पार्टी के तरफ से लखनऊ में होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के रजत जयंती कार्यक्रम के मौके पर मुलायम सिंह यादव की कोशिश है कि सभी समाजवादी पार्टियों को एक छत के नीचे लाया जाए और एक महागठबंधन बनाया जाए। ताकि आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा खड़ा किया जा सके।
माना यह जा रहा है कि नीतीश कुमार समाजवादी पार्टी के साथ किसी भी तरीके के महागठबंधन से इसीलिए बच रहे हैं क्योंकि अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच मचे घमासान के बाद संभावना ये भी है कि अगर परिवार में सब कुछ शांत नहीं हुआ तो अखिलेश यादव अलग चुनाव लड़ सकते हैं। नीतीश कुमार चाहते हैं कि अगर कोई महागठबंधन उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले बनता है तो उसमें अखिलेश यादव जरूर शामिल रहे।