उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को एक बार फिर केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार का बजट झूठ का पुलिंदा है। सरकार सपा के कामों को अपना बताकर योजनाएं चला रही है।
विधानपरिषद में बुधवार को सपा नेता अखिलेश यादव ने राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने जनहित में चल रही योजनाओं को बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में कुछ नही है। ये उत्तर प्रदेश का विकास रोकने वाला बजट है। इसमें किसान दुखी है, नौजवान परेशान है। 2019 में जनता जवाब देगी कि कितना विकास हुआ है।
सपा नेता अखिलेश ने कहा कि हम अखबारों में पढ़ रहे हैं कि किसी को दिल्ली भेजा जा रहा है। अगर हम तीनों पार्टियां एक हो गए तो आपका क्या होगा। उन्होंने कहा कि अखबारों में इस बात की भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री की अपने मंत्रियों को हिदायत दे रहे हैं कि कोई भी ट्रांसफर पोस्टिंग की सिफारिश नहीं करेगा। अखिलेश ने कहा कि जिन मंत्रियों को काम नहीं करना है तो वह ट्रांसफर पोस्टिंग की ही सिफारिश करेंगे।
वहीं, किसानों की कर्जमाफी पर सवाल खड़े करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों की कर्ज माफी के लिए 36000 करोड़ दिए गए हैं। हालांकि चुनाव से पहले उन्होंने किसानों के सभी तरीके के कर्ज माफ करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि इस सरकार को समाजवादी शब्द इतना बुरा लगता है कि 55 लाख महिलाओं से पेंशन छीन ली है। 108 एंबुलेंस से भी समाजवादी नाम हटा दिए हैं।