महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह अभी भी हिंदुत्व की विचारधारा के साथ हैं। वह इस विचारधारा को कभी नहीं छोड़ेंगे। पिछले पांच साल में उन्हें सरकार को कभी धोखा नहीं दिया।
ठाकरे ने विशेष सत्र को संबोधित किया
महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके पूर्व गठबंधन भागीदार देवेंद्र फड़णवीस अभी भी अच्छे मित्र हैं और और हमेशा रहंेगे। उन्होंने फड़णवीस से बहुत कुछ सीखा हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में देवेंद्र फड़णवीस को नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नाना पटोले को स्पीकर चुना गया।
फड़णवीस को जिम्मेदार नेता कहूंगा
ठाकरे ने कहा, “मैं आपको नेता प्रतिपक्ष कहकर नहीं बल्कि जिम्मेदार नेता कहूंगा। अगर आपका व्यवहार हमारे लिए अच्छा रहता तो यह सब (भाजपा-शिव सेना में अलगाव) नहीं होता।” विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिव सेना गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने के बावजूद सरकार नहीं बना पाया क्योंकि मुख्यमंत्री पद के कार्यकाल में बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के मतभेद इतने तीखे हुए कि दोनों को अलग होना पड़ा। इसके बाद शिव सेना कांग्रेस-एससीपी के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाई।
कभी नहीं कहा, मैं आऊंगा फिर भी आ गया
ठाकरे ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री के तौर पर भाग्यशाली हूं क्योंकि जो हमारे विरोधी थे, आज वे हमारे साथ हैं और जो हमारे साथ थे, वे आज दूसरी ओर हैं। मैं यहां अपने भाग्य और लोगों के आशीर्वाद से हूं। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं आऊंगा लेकिन मैं आ गया।”