आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू को बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी के चार राज्यसभा सदस्य इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। राज्यसभा सदस्य सीएम रमेश, टीजी वेंकटेश, और वाईएस चौधरी ने भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भाजपा का दामन थामा। वहीं, चौथे सांसद जी मोहन रेड्डी की तबीयत खराब होने के कारण वह बाद में औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल होंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि लंबे समय से इन सांसदों के मन में विचार आ रहा था कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह देश आगे जा रहा है, आंध्र प्रदेश के विकास के लिए इन्हें बीजेपी में शामिल हो जाना चाहिए।
उन्होंने बताया, 'गुरुवार को इन सांसदों ने बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर कहा कि वे बीजेपी में विलय करना चाहते हैं। इसके बाद टीडीपी के सांसदों और बीजेपी का पत्र लेकर हम उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पास पहुंचे। अब ये सभी बीजेपी के सदस्य हैं। इन चारों राज्यसभा सांसदों के आने से आंध्र प्रदेश में बीजेपी का जनाधार बढ़ेगा।'
चंद्रबाबू बोले, संकट पार्टी के लिए नया नहीं
चार सांसदों के बीजेपी जॉइन करने पर TDP अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि पार्टी के लिए संकट कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा, 'हम बीजेपी के साथ केवल विशेष राज्य के दर्जे और आंध्र के हितों के लिए लड़े। स्पेशल स्टेटस के लिए हमारे केंद्रीय मंत्रियों ने पद छोड़ दिया।' उन्होंने कहा कि हम टीडीपी को कमजोर करने के बीजेपी के प्रयासों की निंदा करते हैं। उन्होंने कहा, 'क्राइसिस पार्टी के लिए नई नहीं है। नेताओं और काडर को इससे हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है।'
एक टीडीपी सांसद मोदी सरकार-1 में थे मंत्री
जिन चार सांसदों ने बीजेपी का दामन थामा है, उनमें से एक नाम वाईएस चौधरी का है, जो मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। गुरुवार को बीजेपी जॉइन करने के बाद उन्होंने कहा, 'आप सभी को देश का मूड पता है, जो चुनाव में भी देखने को मिला है। मुझे पीएम मोदी की सरकार में काम करने का अवसर मिला है। आंध्र प्रदेश का काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में हम चाहते हैं कि आंध्र के साथ ही पूरा देश आगे बढ़े।'
गौरतलब है कि दलबदल विरोधी कानून के मुताबिक किसी दल से अलग हुए नए गुट को तभी मान्यता मिलेगी जबकि उसके दो तिहाई सदस्य इस गुट में शामिल हों। उधर, चार सदस्यों का समर्थन मिलने से उच्च सदन में बहुमत के संकट से जूझ रही बीजेपी को राहत मिलेगी।
नहीं जाएगी राज्यसभा सदस्यता
बताया जा रहा है कि टीडीपी के राज्यसभा के कुल 6 में से 4 सदस्य अगर पार्टी छोड़ते हैं तो दल बदल कानून लागू नहीं होगा। ऐसे में वे राज्यसभा के सदस्य भी बने रहेंगे। इससे पहले राज्यसभा सांसद वाईएस चौधरी ने ट्वीट कर साफ कर दिया था कि वे भाजपा में शामिल होंगे।
विदेश में छुट्टियां मना रहे नायडू
एक तरफ जहां टीडीपी प्रमुख अपने परिवार के साथ विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं, वहीं यहां उनकी पार्टी टूटती दिख रही है। उनके पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद उनकी पार्टी छोड़कर भाजपा का झंडा थाम रहे हैं। टीडीपी के राज्यसभा सांसद वाईएस चौधरी ने भाजपा में शामिल होने के सवाल पर कहा कि हां मैं शामिल हो रहा हूं।
चुनावों में टीडीपी को मिली हार
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में टीडीपी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पार्टी आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में महज 3 ही सीटें जीत पाई जबकि वाईएसआर कांग्रेस ने 22 सीटों पर कब्जा किया। वहीं विधानसभा चुनावों में टीडीपी ने प्रदेश की 175 सीटों में से महज 23 सीटें ही जीतीं। सबसे ज्यादा सीटें 151 वाईएसआर कांग्रेस के खाते में आईं। जनसेना पार्टी ने एक सीट पर कब्जा किया।