बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बयान को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।
पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान गुरुवार को राज्यपाल ने कहा था कि लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की सूचना सबसे पहले राजभवन में दी जाए। इस पर तेजस्वी ने निशाना साधते हुए ट्वीट किया, 'बिहार के राज्यपाल महोदय मान रहे हैं कि नीतीश सरकार अपराध, हत्या, महिलाओं के साथ दुष्कर्म, बलात्कार और अत्याचार रोकने में असमर्थ है'।
तेजस्वी ने कहा, 'मैं बिहार में शांति-भाईचारे, महिला एवं गरीब हित में उनसे विनम्रतापूर्वक आग्रह और मांग करता हूं कि वो बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करें।'
तेजस्वी के ट्वीट पर जेडीयू का पलटवार
वहीं, तेजस्वी के इस ट्वीट पर जेडीयू ने पलटवार किया है। पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी आठवीं पास हैं और सब जानते हैं। तेजस्वी ज्ञान का आतंक न फैलाएं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल संवेदनशील व्यक्ति हैं और अपने अधिकार के तहत बात कही है। राज्यपाल कार्यपालिका के प्रमुख अंग होते है।
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी संविधान के अनुच्छेद को पहले पढ़ें। अगर नहीं पढ़ सकते तो किसी से पढ़वाए। आरजेडी के शासन में कितना अत्याचार हुआ सब जानते हैं।
जानें क्या बोले थे राज्यपाल सत्यपाल मल्लिक
उल्लेखनीय है कि बिहार के कॉलेजों की छात्राएं अब छेड़खानी की शिकायत सीधे राजभवन कर सकेंगी। इसकी घोषणा खुद राज्यपाल सत्यपाल मल्लिक ने की। उन्होंने कहा कि राजभवन में कुछ अधिकारियों को इसके लिए नियुक्त किया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं के साथ छेड़खानी की शिकायत थाने में बाद में पहले राजभवन में होगी। कोई भी महिला राजभवन में 24 घंटे में कभी भी फोन कर सकती है। राजभवन में कुछ टेलिफोन लाइन्स लगाए जा रहे हैं और खास तौर पर कुछ अधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है। राजभवन के ये अधिकारी खुद जाकर महिला की ना सिर्फ सहायता, बल्कि एफआईआर वगैरह दर्ज कराएंगे।