उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शिवपाल सिंह यादव को वो सरकारी बंगला रहने के लिए दे दिया है जो कुछ समय पहले तक बसपा सुप्रीमो मायावती के पास था। मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती ने इस पर काफी पैसा लगाया था। 6 लालबहादुर शास्त्री मार्ग का ये बंगला काफी सुर्खियों में रहा था।
पूर्व मुख्यमंत्रियों से सरकारी बंगला खाली कराने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को नोटिस भेजा था और बंगले खाली करा लिए गए थे।
बताया जाता है कि इस बंगले में 12 बेडरूम, 12 ड्रेसिंग रूम, 2 बड़े हॉल, 4 बड़े बरामदे, 2 किचन और स्टाफ क्वर्टर हैं। बंगले में 8 एसी प्लांट और 500 किलोवॉट के साउंड प्रूफ जनरेटर लगे हैं। माना जा रहा है कि अखिलेश से बगावत के बाद तोहफे के तौर पर इसे सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिवपाल को सौंपा है।
पिछले महीने शिवपाल ने की थी योगी से मुलाकात
अगस्त की शुरुआत में शिवपाल सिंह यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपने दामाद को लेकर मुलाकात भी की थी। हालांकि मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि वो इटावा में बढ़ते अपराध को लेकर मुख्यमंत्री से मिले थे।
समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद शिवपाल सिंह ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बना लिया है और उसी का विस्तार कर रहे हैं। उन्होंने मुलायम को भी मोर्चा के बैनर तले चुनाव लड़ने को कहा है। वहीं अखिलेश ने कहा है कि चाचा की मुलाकात बीजेपी के बड़े नेता से हो चुकी है।
भाजपा से नहीं करेंगे समझौता: शिवपाल
शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को कहा कि वह समाजवाद के प्रणेता राम मनोहर लोहिया की विचारधारा को आगे बढ़ाएंगे और भाजपा से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करेंगे।
शिवपाल ने लोहिया की पुण्यतिथि पर लोहिया ट्रस्ट में आयोजित कार्यक्रम में कहा,‘‘हम लोहिया की विचारधारा को आगे बढ़ाएंगे। हम साम्प्रदायिकता से लड़ेंगे और भाजपा से हमें कोई समझौता नहीं करना है। हमारी लड़ाई भाजपा से ही है।’’