राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए चुनाव की तारीख की घोषणा हो चुकी है। इस पद के लिए 9 अगस्त को चुनाव होगा। एनडीए की तरफ से जेडीयू के राज्यसभा सांसद हरिवंश नारायण सिंह को इस पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। चुनाव को लेकर नाराज बताए जा रहे शिरोमणि अकाली दल ने कहा है कि वह एनडीए के साथ है और गठबंधन के प्रत्याशी का समर्थन करेगा। वहीं इससे पहले चर्चा थी कि जेडीयू उम्मीदवार को लेकर भाजपा की प्रमुख सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल नाराज है और वह चुनाव से दूर रह सकती है। हालाकि किसी दल के पास स्पस्ट बहुमत नहीं है तथा बहुमत जुटाने के लिए सभी दलों ने जोड़-तोड़ शुरू कर दिया है।
सोमवार को शिरोमणि अकाली दल के चुनाव से दूर रहने की बात सामने आई थी। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के आवास पर हुई बैठक में फैसला लिया गया था कि पार्टी राज्यसभा के उपसभापति चुनाव से दूर रहेगी। शिरोमणि अकाली दल उपसभापति का पद जेडीयू को देने से नाराज है।
इस बारे में मंगलवार को शिरोमणि अकाली दल के सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने इन खबरों का खंडन किया है। उन्होंने अकाली दल की नाराजगी की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'ऐसा कुछ भी नहीं है, हम एनडीए से अलग नहीं हैं। ना तो हमने अपने उम्मीदवार के लिए कोई अनुरोध किया और ना ही भाजपा के साथ हमारी कोई असहमति थी। इस तरह की सभी बातें अफवाह हैं।'
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह ढींढसा ने कहा है कि जदयू हमारा मित्र है और हमें उसके उम्मीदवार के नाम पर आपत्ति नहीं है, लेकिन पहले हमारे उम्मीदवार नरेश गुजराल को उपसभापति पद के लिए तैयारी करने को कहा गया था। वे तैयार थे, लेकिन अचानक जदयू उम्मीदवार का नाम आ गया और इस बारे में हमें बताया भी नहीं गया।
उपसभापति पद के लिए आठ अगस्त को नामांकन दाखिल किए जाएंगे। पूर्व उपसभापति पीजे कुरियन का कार्यकाल जून में खत्म होने के बाद से राज्यसभा में उपसभापति का पद खाली है। पी जे कुरियन केरल से कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा के लिए चुनकर आए थे।