लगता है मध्यप्रदेश में चुनावी रंग कुछ ज्यादा ही जल्दी चढ़ गया है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव होने में अभी साल भर है लेकिन माहौल अभी से बनने लगा है। गुजरात चुनाव ऐन सिर पर हैं और भाजपा नेता विवादों को जन्म देने से नहीं चूक रहे हैं।
पत्रकार तुषार कोठारी की किताब, ‘कार सेवा आंखों देखी’ पुस्तक का लोकार्पण करने रतलाम आए भाजपा नेता और मध्यप्रदेश पर्यटन विकास मंडल के चेयरमैन तपन भौमिक को लगता है कि सुप्रीम कोर्ट पर दबाव डाल कर फैसले पलटे जा सकते हैं।
लोकार्पण में चेयमैन साहब ने कहा, ‘‘अयोध्या का फैसला हिंदुओं के पक्ष में ही होगा। यदि ऐसा नहीं होता तो हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा हो। लोकसभा में हमारे जो लोग बैठे हैं वो नियम बनाएंगे, बिल पास करेंगे और उसी जगह पर मंदिर बनाएंगे।’
उन्होंने यह कह कर चिंगारियों को और हवा दे दी कि, यदि वहां (लोकसभा) भी कुछ नहीं होता तो करोड़ों हिंदू इसे कर दिखाएंगे। यह बयान उस वक्त आया है जब बाबरी ढांचे गिरने के 25 साल हो गए हैं और अब तक मामले की सुनवाई अदालत में चल रही है। सुनवाई के बीच इस तरह के बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रवक्ता के. के. मिश्रा ने कहा कि भौमिक ऐसा बोल कर एक तरह से सुप्रीम कोर्ट को चुनौती दे रहे हैं। कांग्रेस ने राज्य भाजपा इकाई को फौरन बयान पर पार्टी की राय को स्पष्ट करने को कहा है।