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पश्चिम बंगाल से 3 विधायक और 50 से ज्यादा पार्षद भाजपा में हुए शामिल

लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बड़ी जीत के बाद पश्चिम बंगाल से तीन...
पश्चिम बंगाल से 3 विधायक और 50 से ज्यादा पार्षद भाजपा में हुए शामिल

लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बड़ी जीत के बाद पश्चिम बंगाल से तीन विधायक और 50 से ज्यादा पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। इनमें दो विधायक टीएमसी और एक विधायक  माकपा के हैं। टीएमसी के दो विधायक शुभ्रांशु रॉय और तुषारशक्ति भट्टाचार्जी और सीपीएम-एमएल विधायक देवेंद्र रॉय हैं। शुभ्रांशु भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे हैं। शुभ्रांशु को कुछ दिनों पहले टीएमसी से निलंबित किया गया था। मुकुल रॉय भी टीएमसी छोड़कर भाजपा में आए थे।

भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय की मौजूदगी में इन लोगों ने भाजपा का दामन थामा। इन पार्षदों में 16 टीएमसी के हैं। विजयवर्गीय ने कहा, ‘तीन विधायक और 50-60 पार्षदों ने आज भाजपा जॉइन की। ऐसी जॉइनिंग भविष्य में जारी रहेंगी।‘

बंगाल में भाजपा की बड़ी जीत

इस बार के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की है और 2014 में मात्र 2 सीटों पर सिमटी बीजेपी इस बार 18 सीटें जीत कर आई है। इस जीत में मुकुल रॉय का बड़ा रोल है। रॉय पूर्व में टीएमसी के कद्दावर नेता रहे हैं जो बाद में बीजेपी में शामिल हो गए। रॉय के अलावा बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा रोल है। इनकी रणनीतियों ने बीजेपी को बड़ी कामयाबी दिलाने में बड़ा योगदान दिया है।

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ घमासान के बावजूद 22 सीटें जीतीं। बीजेपी को 18 और कांग्रेस को दो सीटें मिली।

निलंबित किए गए मुकुल रॉय के बेटे

अभी हाल में तृणमूल कांग्रेस ने विधायक सुभ्रांशु रॉय को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था। सुभ्रांशु किसी समय तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के करीबी रहे मुकुल रॉय के बेटे हैं। सुभ्रांशु को पार्टी की इमेज खराब करने के आरोप में निलंबित किया गया। लोकसभा चुनाव से काफी समय पहले मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। तृणमूल में फूट के लिए पार्टी के अंदर अनुशासन की कमी और नेताओं की बात न सुना जाना भी कारण माना जा रहा है।

 

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