जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) में प्रवीण तोगड़िया गुट का प्रभुत्व खत्म हो गया है। आज गुरुग्राम में हुए विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद के मतदान में तोगड़िया गुट को करारी हार का सामना करना पड़ा। मतों की गिनती के बाद विष्णु सदाशिव कोकजे को विजयी घोषित किया गया। अब कोकजे विहिप के नए अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे। इस चुनाव में कुल 192 वोट डाले गए थे, जिनमें से सदाशिव कोकजे को 131 और राघव रेड्डी को 60 वोट मिले। एक वोट को अवैध करार दिया गया।
विश्व हिंदू परिषद के इतिहास में पहली बार हुए अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में सदाशिव कोकजे ने शानदार जीत हासिल कर प्रवीण तोगड़िया के नजदीकी राघव रेड्डी के मंसूबों पर पानी फेर दिया। रेड्डी की हार को विहिप में तोगड़िया युग का अंत माना जा रहा है। अभी तक राघव रेड्डी विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष थे। जबकि सदाशिव कोकजे विहिप के उपाध्यक्ष थे।
6 सितंबर, 1939 को मध्य प्रदेश में जन्मे विष्णु सदाशिव कोकजे हिमाचल प्रदेश के गवर्नर और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जज रहे हैं। वे भारत विकास परिषद के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्हें केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय 2003 में हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।
सदाशिव कोकजे की जीत का ऐलान करते हुए विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र कुमार जैन ने कहा है कि यह निर्वाचन संगठन में लोकतांत्रिक व्यवस्था का सबूत है।