भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने का बचाव करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी दोनों ने पड़ोसी देश की यात्रा के दौरान अपने पाकिस्तानी समकक्षों को गले लगाया था।
सिन्हा ने कहा कि सिद्धू ने खुद इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण दे दिया है और ‘मुझे नहीं लगता है कि किसी भी विवाद के लिए कोई जगह है।’ न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, लोकसभा सदस्य सिन्हा ने कोलकाता में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘मैंने पहले ही कहा है कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान की यात्रा के दौरान अपने समकक्ष नवाज शरीफ को गले लगाया था'।
सिन्हा ने कहा, हमारे मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी यात्रा के दौरान नवाज शरीफ को गले लगाया था। कोलकाता में एक संगोष्ठी में सिन्हा ने कहा कि उन्होंने कभी भी भाजपा के खिलाफ नहीं बोला बल्कि पार्टी को ‘आईना दिखाने’ की कोशिश की है।
पाक सेना प्रमुख से गले मिलने पर सिद्धू ने पेश की सफाई
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को गले लगाकर विवादों में आए नवजोत सिंह सिद्धू अपनी सफाई भी दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी तनाव के बीच दोनों देशों के नेता मिलते रहे हैं। कमर जावेद बाजवा से उनकी मुलाकात सिर्फ चंद मिनटों की थी। बेवजह इस पर बवाल खड़ा किया जा रहा है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी शांति का संदेश लेकर पाकिस्तान गए थे। उनके लौटने के तुरंत बाद ही जनरल मुशर्रफ ने कारगिल में युद्ध छेड़ दिया था। बाद में उसी परवेज को भारत में निमंत्रण दिया गया। वाजपेयी और मुशर्रफ के बीच आगरा में वार्ता भी हुई।
सिद्धू ने कहा था कि पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ को बुलाया गया था और उनका मधुर स्वागत किया गया था। यही नहीं, पीएम मोदी एक विवाह समारोह में शामिल होने अचानक लाहौर गए। यह सब तनाव के बीच होता रहा. मेरी संक्षिप्त यात्रा के संबंध में आलोचना-उंगली उठाई गई। जहां तक कमर जावेद बाजवा का संबंध है तो उनसे मेरी मुलाकात सिर्फ शपथ ग्रहण समारोह में हुई।
उन्होंने मुझे पहली कतार में बैठे देखा और आकर गले मिले। यह मानव स्वभाव है। सिद्धू ने कहा कि बाजवा ने मुझे कहा कि वे वहां के गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं के बेरोकटोक आने के लिए कदम उठा रहे हैं। मैंने देखा है कि लोग वहां के गुरुद्वारों में जाने के लिए तरस जाते हैं। सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की यह मेरे दिल को छू गई और मैं भावुक हो गया।