पंजाब के गुरदासपुर में भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला रखी। इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, हरदीप पुरी मौजूद रहे।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने सीमा पर हो रहे सीजफायर के उल्लंघन पर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, ‘मैं पाकिस्तान आर्मी चीफ कमर बाजवा से एक सैनिक के तौर पर पूछना चाहूंगा कि कौन सी आर्मी सिखाती है कि सीजफायर का उल्लंघन करो और दूसरे पक्ष के जवानों को मारो? कौन सी आर्मी पठानकोट और अमृतसर में हमला करने के लिए लोगों को भेजती है?’
उन्होंने कहा, ‘मैं आपको चेतावनी देता हूं, हम भी पंजाबी हैं। आपको यहां प्रवेश करके माहौल खराब नहीं करने देंगे।‘
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से कॉरिडोर बनाने को कहा था
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 22 नवंबर को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक कॉरिडोर बनाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल के फैसले के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान से पड़ोसी देश में करतारपुर साहिब तक कॉरिडोर के निर्माण का आग्रह किया है ताकि भारतीय श्रद्धालु करतारपुर तक जा सकें जहां सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव ने जीवन के अंतिम क्षण बिताए थे। कुछ घंटे बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाक ने भारत को करतारपुर कॉरिडोर खोलने के फैसले से अवगत करा दिया है।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को पत्र भेजकर उनकी तरफ गलियारा बनाए जाने का आग्रह किया। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने ट्वीट में कहा था कि एक महत्वपूर्ण निर्णय में कैबिनेट ने गुरदासपुर से अंततराष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर कारिडोर के विकास को मंजूरी प्रदान कर दी। करतारपुर कॉरिडोर परियोजना में केंद्र सरकार के वित्त पोषण से सभी आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
खूब हुई राजनीति
इससे पहले कॉरिडोर को लेकर खूब राजनीति भी हुई है। पंजाब सरकार में मंत्री सुखविंदर सिंह रंधावा ने कहा कि हरसिमरत कौर बादल ने नवजोत सिद्धू को कौम का गद्दार बताया था, अब वो खुद पाकिस्तान जा रही हैं। वह क्या मुंह लेकर वहां जाएंगी। अकाली दल ने आजतक इस मुद्दे को नहीं उठाया था।
'नहीं पता, कहां बनना है कॉरिडोर'
पंजाब सरकार के मंत्रियों का कहना है कि कॉरिडोर बनाने का फैसला आनन-फानन में लिया गया है, केंद्र सरकार को अभी ये भी नहीं पता है कि कॉरिडोर कहां बनाना है। पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि पाकिस्तान ने 28 नवंबर को आधारशिला रखने का कार्यक्रम तय कर दिया है।
उन्होंने कहा कि इसी वजह से आनन-फानन में केंद्र सरकार ने 26 नवंबर को ही पंजाब सरकार को आधारशिला का कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दे दिया जबकि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया जिसे इस कॉरिडोर को बनाना है, उसे अब तक ये ही नहीं पता कि ये कॉरिडोर कहां से निकाला जाएगा और इस कॉरिडोर की आधारशिला कहां रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह न्यौता किया अस्वीकार
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी करतारपुर कॉरिडोर के लिए रखे जा रहे नींव पत्थर समारोह में आमंत्रित किया था। यह नींव पत्थर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान रखेंगे। इसे अस्वीकार करते हुए कैप्टन ने स्पष्ट कहा है कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय सैनिकों का लहू बहाया जा रहा है। सीमा पर गोलीबारी में कोई कमी नहीं आ रही है।
इससे पहले सुषमा स्वराज ने भी कार्यक्रम में जाने में असमर्थता जताई थी। 28 नवंबर को पाकिस्तान में होने वाले कार्यक्रम में भारत की तरफ से दो केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर और हरदीप पुरी शामिल होंगे।
सिद्धू ने स्वीकारा पीएम इमरान का न्यौता
दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी को पत्र लिखकर बताया है कि उन्होंने वीजा के लिए पहले ही अप्लाई कर दिया है। सिद्धू ने लिखा है कि नींव पत्थर समारोह में शामिल होने और उनसे मिलने के लिए बेहद उत्सुक हैं। यह दिन सचमुच बहुत महत्त्वपूर्ण होगा। दोनों देशों ने आगे होकर यह पहला कदम उठाया है। यह कदम पुराने मतभेद भुलाकर दोनों देशों के बीच दिल और दिमाग के दरवाज़े खोलने के लिए और ज्यादा अहम सिद्ध होगा।