तिरुवनंतपुरम में माकपा के राज्य सचिव कोटियेरी बालकृष्णन ने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि पार्टी सचिवालय ने ई.पी. जयराजन को इस्तीफा देने की इजाजत दी। जयराजन पहले ही इस्तीफा देने की अपनी सम्मति दे चुके थे। जयराजन ने मान लिया कि उनसे चूक हुई है। उन्होंने कहा कि वे सरकार की छवि साफ रखने के लिए पद से इस्तीफा दे रहे हैं। जयराजन के विभाग- खेल-कूद और उद्योग – स्वयं मुख्यमंत्री ने ले लिए। तिरुवनंतपुरम में ए.के.जी केंद्र में हुई माकपा के राज्य सचिवालय की तीन-साढ़े तीन घंटे की बैठक में बड़ी चर्चा के बाद इस विषय पर फैसला हुआ। बैठक में इस एक ही मुद्दे पर चर्चा हुई थी। इसमें जयराजन की कटु आलोचना हुई। बाद में मुख्यमंत्री पिणरायी विजयन ने यह सख्त रुख अपनाया कि इस्तीफा देने के अलावा कोई दूसरा चारा ही नहीं बचा।
जयराजन का स्थान पार्टी में और मंत्रिमंडल में दूसरा था और वे पिणरायी विजयन का दाहिना हाथ जाने जाते थे। जयराजन और पी.के श्रीमती के खिलाफ संगठनात्मक कारर्रवाई की संभावना भी है। जयराजन के खिलाफ अदालत में एक जनहित याचिका दर्ज है और सतर्कता विभाग की जांच भी शुरू हो चुकी है।