कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी और कर्ज के मुद्दों तथा डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट होने को लेकर बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सरकार के कर्ज, बेरोजगारी और रूपये के मूल्य के आंकड़ों को साझा करते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘‘जब ‘इगोनॉमिक्स' ने ‘इकोनॉमिक्स' (अर्थव्यवस्था) को पछाड़ दिया।''
राहुल गांधी ने सरकार के कर्ज, बेरोजगारी और रूपये के मूल्य के आंकड़ों को साझा करते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘‘जब ‘इगोनॉमिक्स’ने ‘इकोनॉमिक्स’ (अर्थव्यवस्था) को पछाड़ दिया।’’ राहुल ने इस तरह का ब्योरा देने के लिए एक सारिणी साझा की और कहा कि 2014 में सरकार का कर्ज56 लाख करोड़ रुपये था, जो 2022 में 139 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
When ‘Egonomics' trumps ‘Economics’... pic.twitter.com/F6mHRl2KlJ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 13, 2022
राहुल ने इस तरह का ब्योरा देने के लिए एक सारिणी साझा की और कहा कि 2014 में सरकार का कर्ज 56 लाख करोड़ रुपये था, जो 2022 में 139 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इसी तरह, उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दर 2014 के 4.7 प्रतिशत की तुलना में 2022 में 7.8 प्रतिशत हो गई है और रसोई गैस (एलपीजी) सिलेंडर की कीमत 2014 के 410 रुपये से बढ़ कर 1,053 रुपये हो गई है।
राहुल ने यह दावा भी किया कि प्रति व्यक्ति कर्ज 2014 में 44,348 रुपये था जो बढ़ कर 2022 में 1,01,048 रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि व्यापार घाटा 2014 के 135 अरब डॉलर की तुलना में अभी 190 अरब डॉलर है। सारिणी में यह भी उल्लेख किया गया है कि 2014 में रुपये का मूल्य प्रति डॉलर 59 रुपये था, जो अब 80 रुपये हो गया है।