मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों को अब लगभग एक महीना शेष रह गया है। 17 नवंबर को होने वाले मतदान में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर होगी। चुनाव आयोग द्वारा तिथि की घोषणा के बाद दोनों दलों ने बिगुल बजा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान की विदाई का आह्वान किया है तो भाजपा ने कहा है कि जल्द ही कमल नाथ की गलतफहमी दूर होगी।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, ''समय आ गया है जब झूठ और घोषणाओं की मशीन बंद होने वाली है। मध्य प्रदेश की जनता शिवराज सिंह को विदा करेगी जिन्होंने पिछले 18 साल में हमारे प्रदेश को चौपट प्रदेश बना दिया है।"
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा, "मध्य प्रदेश की जनता त्रस्त है। हर वर्ग दुखी है। इसका एहसास भाजपा और शिवराज सिंह चौहान को भी हो गया है। उसके पास कहने को कुछ नहीं है।"
#WATCH मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा, ''समय आ गया है जब झूठ और घोषणाओं की मशीन बंद होने वाली है। मध्य प्रदेश की जनता शिवराज सिंह को विदा करेगी जिन्होंने पिछले 18 साल में हमारे प्रदेश को चौपट प्रदेश बना दिया है। मध्य प्रदेश की जनता… pic.twitter.com/NQuIX6a8z0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 10, 2023
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार करते हुए कहा, "वे शायद गलतफहमी में जी रहे हैं। प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है। मध्य प्रदेश की जनता हमेशा ही भाजपा और शिवराज सिंह के साथ रही है। यह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की गलतफहमी है, इसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा।"
#WATCH इंदौर: भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "वे शायद गलतफहमी में जी रहे हैं। प्रदेश की जनता भाजपा के साथ है...मध्य प्रदेश की जनता हमेशा ही भाजपा और शिवराज सिंह के साथ रही है...यह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ की गलतफहमी है, इसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा।" https://t.co/IXCWarb67Y pic.twitter.com/GR96r8Zxwb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 10, 2023
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर और 17 नवंबर को मतदान का ऐलान हुआ है। साथ ही 17 नवंबर को मध्य प्रदेश; 7 नवंबर को मिजोरम, 23 नवंबर को राजस्थान और 30 नवंबर को तेलंगाना में वोट पड़ेंगे। जबकि 3 दिसंबर को सभी राज्यों में एक साथ मतगणना होगी और नतीजे सामने आएंगे।
बता दें कि भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय को इस साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए इंदौर 1 निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी द्वारा मैदान में उतारा गया है। चौंकाने वाले निर्णय पर विजयवर्गीय ने कहा था, "यह पार्टी का आदेश है। मुझे बताया गया था कि मुझे काम सौंपा जाएगा कि मैं 'नहीं' नहीं कहूंगा और मुझे यह करना होगा। जब टिकट घोषित किए गए, मैं भी हैरान था। मैं पार्टी का सिपाही हूं। वे जो कहेंगे, मैं करूंगा।"
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में इस साल नवंबर में चुनाव होंगे। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होगा। निश्चित ही इस चुनाव के नतीजे 2024 के महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों के लिए माहौल तैयार करेंगे।